22 अप्रैल से उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग में नितान्त अस्थायी प्रभावित प्राध्यापकों का समायोजन प्रारम्भ हो गया। लम्बे समय बाद प्रभावित प्राध्यापकों ने राहत की सांस ली है।

उच्च शिक्षा विभाग के विभिन्न विषयो में लगभग 130 नितांत अस्थायी प्राध्यापक (प्रभावित) जो 7-10 वर्ष तक सेवा दे चुके थे, वे नियमित नियुक्ति के होने पर 8-9 महीने से बाहर थे l विभिन्न विषयों में 17 रिक्त पदों पर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा समायोजन करना प्रारम्भ कर दिया है लेकिन अभी भी रिक्त पदों के अभाव में 120 से अधिक लोग अभी भी बाहर है।

प्रभावित नितांत अस्थायी प्राध्यापकों ने उच्च शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा मन्त्री जी और मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया है कि जिन विषयों में अभी पद रिक्त नहीं हैं उन प्रभावित नितांत अस्थायी प्राध्यापकों को अन्य विषय के रिक्त पद के सापेक्ष अतिशीघ्र समायोजित किया जाय, जब तक स्थायी / सृजित पद की व्यवस्था नहीं होती, तब तक इस प्रकार से प्रभावित प्राध्यापकों को समायोजित कर वेतन निकाला जाय।

पूर्व में भी जब इस प्रकार की स्थिति आयी थी तब इसी प्रकार से समायोजित किये गए थे । और साथ ही यू.जी. प्राचार्य पदोन्नति को भी शीघ्र निकाला जाय जिससे रिक्त हुए पदों पर भी समायोजन का रास्ता खुल सके।

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