वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर के वनस्पति विज्ञान विभाग में आज दिनांक 25 नवंबर 2023 को उत्तराखंड में वृद्धाश्रम की आवश्यकता विषय पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

जिसका शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर आर एस गंगवार द्वारा किया गया। प्राचार्य द्वारा बताया गया कि भारतीय समाज में वृद्धाश्रमों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय है माता-पिता अपने बच्चों को शिक्षित करने के साथ-साथ आचरण,संस्कार एवं उनमें सही गलत की सोच को भी विकसित करें।

विभाग प्रभारी वनस्पति विज्ञान डॉ राखी डिमरी ने कहा कि युवा तेज चल सकते हैं मगर रास्ते तो बुजुर्गों को मालूम है इन पंक्तियों के साथ उन्होंने बताया कि हमें अपने बुजुर्गों से ज्ञान और अनुभव लेने चाहिए। उनका होना हमारे सर्वांगीण विकास में सहायक होता है।

राजनीति विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर राजकुमारी भंडारी ने वृधाश्रम से जुड़े अपने अनुभव बताएं साथ ही कहा कि जौनसार बाबर की परंपरा ही समृद्ध परिवार है, जिसमें बच्चे बूढ़े सभी मिलजुल कर रहते हैं।

जंतु विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर भाटिया ने कहा कि जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों को पलते हैं, उसी प्रकार बच्चों को भी अपने वृद्ध माता-पिता की देखभाल करनी चाहिए।

गृह विज्ञान विभाग प्रभारी डॉक्टर पूजा पालीवाल ने सभी छात्राओं से अपने बड़े-बुढो की सेवा एवं सम्मान करने की अपील की, साथ ही घर में बुजुर्गों का सम्मान होने से समाज का कल्याण भी होता है आदि बिंदुओं पर चर्चा की।

वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ईशा तोमर ने प्राप्त किया, जिसने कहा कि जब युवा अपने जीवन को जीना शुरु करते हैं तो उनके पास जानकारी तो होती है लेकिन उनका उपयोग करने की समझ,जगह और जरूरत वे कभी-कभी नहीं समझ पाते, जिसे बुजुर्ग उन्हें अच्छे से समझा सकते हैं।

द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली मेहविश फातिमा ने कहा कि वृद्धाश्रम उन बुजुर्ग लोगों के लिए होना चाहिए, जिनका कोई पारिवारिक सदस्य ना हो और वृद्धाश्रम में उनकी देखभाल हो सके।

तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली मंजू राणा ने कहा कि हमें पश्चिमी सभ्यता के पीछे ना भाग कर अपने भारतीय मूल्यों को याद रखना चाहिए एवं उनका ही अनुसरण करना चाहिए।

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