अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर शहीद श्री खेमचंद्र डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट नैनीताल में आज राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में गांधी जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार ने झंडा रोहण के बाद दोनों राष्ट्र नायकों को अपनी पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री दोनों ही भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से आते हैं परंतु देश के प्रति दोनों की भावनाओं में समानता देखी जा सकती थी। महात्मा गांधी ने जीवन भर देश को आज़ादी दिलाने के लिए विभिन्न आंदोलन किए।

सुख-सुविधाओं को दरकिनार कर उन्होंने न सिर्फ अपने देश बल्कि दक्षिण अफ्रीका में भी रंग-भेद के खिलाफ आंदोलन किया। वहीं लाल बहादुर शास्त्री का जीवन भी आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने शास्त्री जी के जीवन से जुड़े कई किस्से स्वयंसेवियों से साझा किए।

डॉ. जयति दीक्षित ने पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जी की सादगी से जुड़ा एक रोचक प्रसंग छात्रों को बताया। डॉ. ईप्सिता सिंह ने गांधी एवं शास्त्री के सिद्धांतों को समाजशास्त्र से जोड़ते हुए कहा कि उनका ध्येय ग्रामों का सर्वांगीण विकास था।

डॉ.दीपक ने कहा लोक हित सर्वोपरि होता है न कि निजी जीवन। डॉ. तरुण कुमार आर्य ने गांधी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत पर चर्चा की । एन.एस.एस. प्रभारी श्रीमती ममता पाण्डे ने स्वयंसेवियों से कहा कि गांधी जी के अहिंसा के विचार ने आजादी की लड़ाई में पूरे देश में एक नई ऊर्जा का संचार किया ।

कार्यक्रम पश्चात् स्वयं सेवी छात्राओं द्वारा महाविद्यालय परिसर में श्रमदान कर अनावश्यक घास की कटाई छंटाई की गई।

कार्यक्रम का संचालन समारोहक डॉ.भुवन मठपाल द्वारा किया गया।

शइस अवसर पर भास्करानंद पंत, डॉ.फरजाना अज़ीम, श्रीमती सपना, अनिल नाथ, मुकेश, ललित, प्रेमा व एन.एस.एस की छात्रा इकाई में प्रतिभा, रश्मि भण्डारी, बबीता, आरती, संजना,सिमरन, चांदनी, निशा, पूजा जोशी, सुनील कुमार, खुशबू, खुशबू रावत, नीलम, मनिषा हाल्सी, सूरज, प्रियंका आदि उपस्थित रहे।

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