आज दिनांक 14.02.2024 को राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में नवाचार एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के तत्वावधान में महिला जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत साइबर सुरक्षा विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए प्रकोष्ठ प्रभारी प्रो0 सुनीता शर्मा ने विषय का परिचय प्रस्तुत किया और अतिथि वक्ता का स्वागत किया। मुख्य वक्ता डाॅ. गिरेन्द्र पाल सिंह ने साइबर फ्राॅड और साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है, के विषय में चर्चा की। साइबर स्टाॅकिंग एक सामान्य अपराध है जो काफी प्रचलित है, ईमेल, वाट्सअप, मैसेंजर, के माध्यम से उत्पीडन किया जाता है।

साइबर बुलिंग, फिशिंग, ट्राॅलिंग, साइबर चोरी, ऐसे अपराध है जो इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से अंजाम दिए जाते है। आइडेंडिटी थेफ्ट (पहचान की चोरी) के अंतर्गत लोग आपकी पहचान को चोरी कर लेते है फिर आपकी पहचान का इस्तमाल करके आपके परिचितो से फ्राॅड करते है और वह आपके भ्रम में आकर उन अपराधियों के जाल में फंस जाते है।

इन सब अपराधो से बचने के लिए साइबर सुरक्षा के नियम पता होने चाहिए जैसे सोशल मीडिया पर अपरिचित से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट स्वीकार नही करनी चाहिए, अपनी व्यक्तिगत जानकारी एवं फोन नम्बर सोशल मीडिया पर शेयर नही करनी चाहिए।

हर किसी लिंक पर क्लिक नही करना चाहिए, अपने परिवार के सदस्यों अथवा शिक्षको के साथ इस तरह की समस्याओं को शेयर अवश्य करंे।

आपको अगर कोई परेशान करता है तो उसका नम्बर ब्लाॅक कर दे लेकिन उसके मैसेज को डिलिट ना करें क्योकि पुलिस से शिकायत करने पर ऐसे साक्ष्यों की जरूरत होती है।

सोशल मीडिया पर बने ऐसे किसी भी मित्र से अकेले मिलने नही जाना चाहिए जिनसे वे परिचित नही है, विशेष रूप से लडकियों को क्योकि वह आपके साथ दुव्र्यवहार कर सकते है ब्लैकमेल कर सकते है।

सोशल मीडिया या फेसबुक का पासवर्ड किसी के साथ शेयर नही करें। साइबर अपराध होने पर साइबर पुलिस को शिकायत करे और सतर्कता बरते।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डाॅ. ज्योति सिडाना ने अतिथियों व छात्राओं का स्वागत व आभार व्यक्त किया।

कार्यक्रम में प्रो0 सोमवती शर्मा प्रो0 बबीता सिंघल, प्रो0 बिन्दु चतुर्वेदी एवं प्रो0 दीपा स्वामी उपस्थित रहें।

 

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