वीर शहीद केसरी चंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, डाकपत्थर में आज प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) राधेश्याम गंगवार की उपस्थिति में एवं महाविद्यालय मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री मनमोहन सिंह के द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले देवभूमि उत्तराखंड के वीर सपूत अमर शहीद केसरी चंद के बलिदान दिवस पर उन्हें भाव भीनी श्रद्धांजलि दी गई।
प्रभारी प्राचार्य द्वारा बताया गया कि शहीद केसरी चंद नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नारे तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा से प्रेरित होकर केसरी चंद आजाद हिंद फौज में भी शामिल हुए उनके अदम्य साहस के कारण उन्हें साहसिक कार्य सौंपी गई एवं इसके बाद अंग्रेजों को उड़ाने के प्रयास में केसरी चंद पकड़े गए एवं जेल भेज दिए गए। इनका योगदान देश की आजादी दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण रहा। महाविद्यालय परिवार को उन पर गर्व है एवं ऐसे वीर को शत शत नमन है।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने बताया की आजादी की लड़ाई के दौरान ये पकड़े गए एवं 3 मई 1945 को मात्र 24 साल 6 महीने की अल्पायु में ब्रिटिश सरकार ने इन्हें फांसी के फंदे पर लटका दिया । केसरी चंद की शहादत ने न केवल भारतवर्ष का मान बढ़ाया, बल्कि उत्तराखंड और जौनसार बाबर का सीना भी गर्व से चौड़ा कर दिया।
इस अवसर पर श्री राजेश वर्मा, श्री दीपक भट्ट, श्री सुनील मैठाणी, श्रीमती सविता, राहुल, लक्ष्मी आदि उपस्थित रहे ।