Tuesday, September 16, 2025

साहित्य अभिव्यक्ति

अरविन्द सिसोदिया द्वारा रचित कविता- “डटे हुये हैँ मोदी जी”

कोटा:  अरविन्द सिसोदिया द्वारा रचित कविता- “डटे हुये हैँ मोदी जी”

डटे हुये हैँ मोदी जी”

डटे हुये हैँ मोदीजी, देश उनके साथ खड़ा ,
अन्याय नहीं सहेंगे,यह अमरीका को जबाब दिया ।
डटे हुये हैँ मोदीजी, देश उनके साथ खड़ा !

सत्य की मशाल लिए, बढ़ते कदम थमेंगे नहीं,
भारत की आवाज़ लिए, दुनिया में हम दबेंगे नहीं,
विश्व मंच पर भारत को, गर्व से ऊँचा उठानें हैँ ,
सागर से हिमालय तक, बस एक ही हुंकार हुआ ,
अन्याय नहीं सहेंगे, यह अमरीका को जबाब दिया।

अमरीका हो या कोई, भारत की निर्भयनीति साफ है,
हम वीर भूमि की संतानें , घास की रोटी खाएंगे,
मातृभूमि के संकट को, अपनी स्वदेशी से हराएंगे,
मोदीजी तुम एक नहीं, पूरे देशनें साथ का संकल्प लिया,
अन्याय नहीं सहेंगे, यह अमरीका को जबाब दिया ।

अडिग रहो मोदीजी, यह जन विश्वास की सोगंध है,
जनता का विश्वास ही, लोकतंत्र का मंत्र है।
भारत की तकदीर हम , भारतवासी लिखेंगे,
इसी राष्ट्रनीति से, जन जन नें वचन लिया,
अन्याय नहीं सहेंगे, यह अमरीका को जबाब दिया ।

डटे हुये हैँ मोदीजी, देश उनके साथ खड़ा ,

डटे हुये हैँ मोदीजी, देश उनके साथ खड़ा। 

रचयिता: 
अरविन्द सिसोदिया

राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मंडल, शिक्षा प्रोत्साहन प्रन्यासी, जयपुर।
प्रदेश सह-संयोजक, प्रदेश मीडिया संपर्क विभाग
भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान

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