राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी उत्तराखंड में आज 12-09-25 को हिंदी पखवाड़े के अवसर पर “हिंदी भाषा में रोजगार के अवसर” विषय पर एक गोष्ठी आयोजित किया गयी । कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुई।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अन्तर्जालीय माध्यम से जुड़ी डॉ० मंजू कोगियाल प्रभारी प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नैनबाग टि०ग० ने अपने वक्तव्य में कहा है कि आत्मा की ध्वन्यात्मक अभिव्यक्ति ही भाषा है। कार्यक्रम के संयोजक एवं संचालनकर्ता हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ.यशवंत सिंह पंवार ने इक्कीसवीं सदी को हिंदी के उत्कर्ष की सदी कहा।
इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां दी गई, जिनमें स्वरचित कविता, भाषण, गीत आदि सम्मिलित थे। मुख्य वक्ता के द्वारा संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा तक की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला गया उन्होंने हिंदी भाषा में रोजगार की संभावनाएं विषय पर छात्रों का मार्गदर्शन किया।
मुख्य वक्ता ने कहा कि हिंदी के विद्यार्थी अनुवादक, शिक्षक , लेखक, संपादक आदि विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं| इस अवसर पर संयोजक यशवंत सिंह पवार जी के द्वारा धराली आपदा पर स्वरचित कविता प्रस्तुत की गई| साथ ही उन्होंने हिंदी भाषा का महत्व बताते हुए यह भी कहा कि हिंदी न केवल एक भाषा है बल्कि भाषाओं की एक परंपरा है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी जी के द्वारा छात्रों को अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़ने हेतु प्रेरित किया गया तथा उन्होंने अपने व्याख्यान में छात्रों को एन-लिस्ट आदि का अधिक से अधिक प्रयोग करने हेतु मार्गदर्शन दिया| प्राचार्य ने बेबिलोनिया सेपियंस और निएंडरथल के उदाहरणों से छात्रों को भाषा की शक्ति से अवगत कराया।
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.किशोर सिंह चौहान जी के द्वारा छात्रों को हिंदी,संस्कृत एवं अंग्रेजी में अपनी स्वरचित रचनाएं व लेख लिखने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर आइसा भट्ट ,आंचल , मुस्कान ,गौरी,रवीना रीमल , आदित्य, प्रवेश, विकास, दीक्षा , शालिनी आदि छात्र-छात्राओं ने अपनी सुंदर प्रस्तुतियां दी ।अंत में धन्यवाद ज्ञापन व जलपान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ| इस अवसर पर डॉ. निशि दुबे, डा.सुगंधा वर्मा , डाॅ.आराधना राठौर, डॉ अशोक कुमार अग्रवाल , डॉ. आलोक बिजल्वाण, डॉ.नेहा बिष्ट डॉ मंजू पांडे आदि उपस्थित रहे।