नवल टाइम्स न्यूज़, 8 दिसंबर 2022 : बीएमएलटी सभागार में सेंट्रल नेशनल हरबेरियम हावड़ा वेस्ट बंगाल से आए डॉ संजय कुमार वनस्पति विज्ञान विशेषज्ञ ने भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की I
उन्होंने बताया कि हर साल करीबन 220 नई प्रजाति के पौधे विशेषज्ञों द्वारा खोजे जाते हैं तथा इसकी जानकारी एक लिखित डांटा के रूप में 5 जून को पर्यावरण दिवस के दिन मिनिस्ट्री ऑफ इंडिया के द्वारा विमोचन किया जाता है I उन्होंने बताया कि भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान की नीव ब्रिटिश शासकों द्वारा की गई तथा उन्होंने सिलसिलेवार इसके प्रगति तथा बदलाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी I
उन्होंने रॉक्स बर्गर तथा वेलची कैटलॉग के बारे में भी विस्तार से समझाया I अपने व्याख्यान में उन्होंने औषधीय पौधों की उत्पत्ति तथा चिकित्सा जगत में उसकी उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया I इसी के साथ इंडियन वर्चुअल हरबेरियम के माध्यम से आप किसी भी पादप की नई प्रजातियों की जानकारी इसकी वेबसाइट https//archive.bsi.gov.in के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं l
इसके साथ ही युवाओं को प्लांट bio-diversity के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए सोशल मीडिया के द्वारा भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है l
बीएमएलटी विभाग के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने डॉ संजय कुमार का स्वागत करते हुए बताया कि वह उन्हीं के एक जुझारू तथा कर्मठ विद्यार्थी रहे हैं तथा 2012 से ही वह भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान में असिस्टेंट बोटैनिस्ट के पद पर कार्य किया है और यह भी बताया कि हाल ही में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के वनस्पति विज्ञान के तीन छात्रों को भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान कोलकाता में जाने का मौका मिलेगा जहां पर इंटर्नशिप करेंगे यह विश्वविद्यालय परिसर के लिए बहुत ही गौरव की बात है l