पौखाल, 22 मार्च 2025 : इंदर सिंह रावत राजकीय महाविद्यालय, पौखाल में विश्व जल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) एवं रेड क्रॉस सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में व्याख्यान एवं स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एन. सिंह ने किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि “जल है तो कल है”—यह सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक गंभीर सच है। यदि हम जल का विवेकपूर्ण उपयोग नहीं करेंगे, तो भविष्य में जल संकट और विकराल रूप ले सकता है। उन्होंने सभी से अपने दैनिक जीवन में जल बचाने की आदत विकसित करने का आह्वान किया।
डॉ. पुष्पा झाबा ने जल संकट की वैश्विक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पृथ्वी पर उपलब्ध स्वच्छ जल की मात्रा लगातार घट रही है, और कई देश पहले ही जल संकट का सामना कर रहे हैं।
डॉ. अरविंद नारायण ने भूगर्भीय जल संरक्षण, वर्षा जल संचयन और वैज्ञानिक तकनीकों द्वारा जल संरक्षण की उपयोगिता पर विस्तृत चर्चा की।
वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. बी.आर. भद्री ने विद्यार्थियों को जल संरक्षण के व्यावहारिक उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अंधरूती शाह ने कहा कि आज विशेष शिविर का चतुर्थ दिवस है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) और रेड क्रॉस सोसाइटी समाज कल्याण एवं मानवीय सेवाओं में समान रूप से योगदान करते हैं। जहां NSS का उद्देश्य युवाओं को सामाजिक सेवा, पर्यावरणीय संरक्षण और स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना है।
वहीं रेड क्रॉस सोसाइटी स्वास्थ्य जागरूकता, रक्तदान, आपदा प्रबंधन और मानवीय सहायता के क्षेत्र में कार्यरत है। दोनों संगठनों की यह सहभागिता न केवल विद्यार्थियों को समाज सेवा के प्रति जागरूक बनाती है, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में तैयार भी करती है।
व्याख्यान सत्र के उपरांत महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी ने मिलकर परिसर को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया और सफाई अभियान के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। विश्व जल दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम ने जल संरक्षण, स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आज के कार्यक्रम में महाविद्यालय के शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।