- डॉ0 सतेंद्र कुमार राजकीय मॉडल महाविद्यालय मीठीबेरी में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत
- 18 वर्षों के बाद रचा यह ऐतिहासिक इतिहास
- 1 से 7 दिसंबर 2023 तक राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी, मध्य प्रदेश में संपन्न हुआ 53वाॅ लीडर प्रशिक्षण
- सभी राज्यों से 40 प्रतिभागियों ने प्राप्त किया यह प्रशिक्षण
- रोवर क्षेत्र की छठी व अंतिम ट्रेनिंग को संपन्न किया
प्रोफेसर सतेंद्र कुमार वर्तमान समय में राजकीय मॉडल महाविद्यालय मीठीबेरी, हरिद्वार में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। जो एनसीसी के कैप्टन के साथ-साथ प्रदेश के प्रथम रोवर स्काउट लीडर बने है जिन्होंने दिसंबर के प्रथम सप्ताह में राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी, मध्य प्रदेश से रोवर सेक्शन की छठी व अंतिम ट्रेनिंग लीडर ट्रेनिंग में सफलता प्राप्त करके प्रदेश में इतिहास रचा है। आप प्रदेश के पहले रोवर बने हैं ।
आपने बताया कि 2005 से आप इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं । 18 वर्षों के बाद आप इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं। आपने बताया कि
प्रथम ट्रेनिंग बेसिक, हाई स्कूल के बराबर,
द्वितीय ट्रेनिंग एडवांस्ड, इंटरमीडिएट के बराबर,
तृतीय ट्रेनिंग हिमालय वुडवेज, ग्रेजुएशन के बराबर, चतुर्थ ट्रेनिंग प्री ऐ एल टी, पोस्ट ग्रेजुएशन के बराबर, पंचम ट्रेनिंग ऐ एल टी, पीएच डी के बराबर और सषटम ट्रेनिंग एल टी, डिलीट के बराबर होती है।
प्रथम ट्रेनिंग बेसिक के 6 माह बाद दूसरी ट्रेनिंग एडवांस की जा सकती है । इसके साथ क्वेश्चननियर भी जमा करने होते हैं तथा साथ ही कॉलेज से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते हैं।
दूसरी ट्रेनिंग एडवांस के 1 साल बाद हिमालय वुडवेज के लिए एलिजिबल हो जाता है । इसमें भी कुछ असाइनमेंट जमा करने होते हैं, साथ ही कॉलेज से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते है। यह तीनों ट्रेनिंग यूनिट लीडर के लिए कॉलेज में यूनिट चलाने के लिए पर्याप्त होती है। यदि प्रशिक्षक इससे भी आगे बढ़ना चाहे तो तीन और ट्रेनिंग होती है जो यूनिट लीडर को भी ट्रेंड करती है, वे लीडर ऑफ द लीडर कोर्स कहलाते हैं।
हिमालय वुडवेज के 6 माह बाद चौथी ट्रेनिंग प्री ऐ एल टी की होती है । इसमें असाइनमेंट के साथ-साथ कोर्स एसिस्ट भी करना होता है । प्री ऐ एल टी के 1 साल बाद
पांचवी ट्रेनिंग ऐ एल टी की होती है । इस ट्रेनिंग में भी कोर्स असाइनमेंट व कोर्स एसिस्ट करना होता है, साथ ही राष्ट्रपति रोवर भी निकालने होते हैं। ऐ एल टी के 2 वर्ष बाद छठी ट्रेनिंग एल टी की होती है। इसमें भी कोर्स एसिस्ट व कोर्स असाइनमेंट जमा करने होते हैं। अर्थात बेसिक के बाद एडवांस से लेकर के एल टी तक सभी ट्रेनिंग में क्वेश्चनयर अर्थात कोर्स असाइनमेंट और कोर्स असिस्टेंस के साथ संस्था से राष्ट्रपति रोवर भी तैयार करने होते हैं। केवल प्री ऐ एल टी का प्रशिक्षण 5 दिन का होता है और बाकी सभी ट्रेनिंग का प्रशिक्षण 7 दिन का होता है । वर्तमान समय में प्रादेशिक कैंपिंग सेंटर भोपाल पानी में बेसिक व एडवांस का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हिमालय वुडबेज कोर्स प्रदेश में करने के लिए दो बार हिमालय वुडबेज कोर्स असिस्ट करने के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी जाना होता है तभी वह प्रदेश में हिमालय वुडबेज कोर्स करा सकता है ।
आपने बताया कि उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश में रोवर स्कॉट लीडर का बेसिक कोर्स दिसंबर 2005 में शांतिकुंज मैं हुआ था जिसमें प्रदेश के 70 असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हुए थे। जिसको कराने के लिए लीडर ऑफ द कोर्स उत्तर प्रदेश से लाऐ गए थे।
द्वितीय एडवांस कोर्स जून 2009 में राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी मध्य प्रदेश से किया जिसमे प्रदेश से मात्र 12 शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया ।
जून 2012 में तृतीय हिमालय रोडवेज कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पचमढ़ी मध्य प्रदेश से किया जिसमें उत्तराखंड से केवल 4 शिक्षकों ने हिस्सा लिया। जिनमें से बाकी 3 प्रोफेसर्स ने छोड़ दिया । अब अकेले सतेंद्र कुमार इस क्षेत्र में आगे बढ़े।
दिसंबर 2017 में अकेले चतुर्थ प्री ऐ एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त किया।
जनवरी 2020 में अकेले ऐ एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त किया।
दिसंबर 2023 में अकेले एल टी कोर्स राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र पंचमणि मध्य प्रदेश से प्राप्त कर प्रदेश में पहले रोवर स्काउट लीडर बन कर सुनहरा इतिहास रचा।
डॉक्टर कुमार ने बताया अब प्रदेश में इस मूवमेंट को गति प्रदान करेंगे। पूर्व में आप 1 बेसिक व् 1 एडवांस कोर्स प्रादेशिक ट्रेनिंग सेंटर भोपालपानी में लगा चुके हैं और हिमालय वुडबेज कोर्स पचमढ़ी मे असिस्ट कर चुके हैं । अब आप 2024 में बेसिक व एडवांस कोर्स प्रादेशिक प्रशिक्षण केंद्र भोपालपानी में लगाने जा रहे हैं।
इसमें प्रदेश के सभी डिग्री कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर बेसिक कोर्स प्राप्त करके अपने कॉलेज में यूनिट को अच्छी प्रकार से रन कर सकेंगे और एडवांस कोर्स प्राप्त करके छात्रों को राज्य स्तरीय व देश स्तरीय पुरस्कार को प्राप्त कराने में योग्य हो सकेंगे । प्राचार्य प्रो0 अर्चना गौतम व अन्य साथियों ने उनका हार्दिक स्वागत अभिनंदन किया और इस महानतम कार्य के प्रति शुभकामनाएं प्रेषित की ।
भारत स्काउट्स और गाइड्स उत्तराखंड के प्रादेशिक मुख्य आयुक्त, श्रीमती सीमा जौनसारी, प्रादेशिक आयुक्त स्काउट, श्री रघुनाथ लाल आय॔,
प्रदेशिक आयुक्त गाइड, श्रीमती बंदना गबरियाल, प्रादेशिक सचिव, श्री रविंद्र मोहन काला, एल टी -स्काउट, प्रादेशिक प्रशिक्षण आयुक्त स्काउट, श्री आर एस नेगी, ऐ एल टी -स्काउट, प्रादेशिक संगठन आयुक्त स्काउट, श्री बी एस बिष्ट, एल टी- स्काउट,
प्रादेशिक संगठन आयुक्त गाइड, श्रीमती अंजलि चंदोला,एलटी- गाइड, प्रादेशिक प्रशिक्षक आयुक्त गाइड, श्रीमती आशा सोलकी, एल टी- गाइड, श्री नरेंद्र सिंह, एल टी स्काउट, दिगंबर फुलोरिया, एल टी स्काउट, प्रदेश के कब section के प्रथम एल टी पांडे जी, प्रदेश के रेजर विंग के प्रथम ऐ एल टी बिमला पंत, जिला संगठन आयुक्त स्काउट, हरिद्वार, पुर्वेंद्र सिंह, जिला सचिव, हरिद्वार, राजेश सैनी,
श्री पोस्ती जी, ऐ एल टी स्काउट, मंगल सिंह, हिमालय वुडवेज -रोवर, प्रशासनिक अधिकारी, बीएस रावत, राहुल कुमार, रेशमा आदि आदी ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की व इस आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए आशीर्वाद दिया और उज्जवल भविष्य की कामना की।