उत्तराखंड की जुड़वा बहनें ताशी और नुंग्शी मलिक ने स्विट्जरलैंड के माउंट ब्रेथॉर्न को फतह कर लिया। वे इससे पहले एवरेस्ट समेत सभी महाद्वीपों की सर्वोच्च चोटियों का 7-समिट भी पूरा कर चुकी हैं।
दोनों बहनों ने तीन दिन में स्विट्जरलैंड के तीन पहाड़-अल्ललिनहॉर्न (13212 फीट), ब्रेथॉर्न (13661 फीट) और रिफेलहॉर्न (9603 फीट) पर चढ़ाई की। उनके साथ दो और महिला सदस्य भी शामिल थीं। यह चोटियां महिला पर्वतारोहियों के नजरिये से बेहद चुनौतीपूर्ण मानी जाती हैं। दोनों बहनों ने 18 साल की उम्र से ही पर्वतारोहण में कीर्तिमान बनाने शुरू कर दिए थे। भारतीय हिमालय में माउंट रुदुगेरा को फतह करने के बाद उनमें जो आत्मविश्वास पैदा हुआ, उसके बाद से वे सफलता की नई कहानियां लिखती चली गईं।
स्विट्जरलैंड की चोटी सिर्फ पेशेवर पर्वतारोहियों के लिए जानी जाती है, चूंकि यहां हेल्पर के रूप में शेरपा मौजूद नहीं होते। कोविडकाल में दोनों बहनें भी देहरादून स्थित घर पर रहीं। डेढ़ साल ज्यादा अभ्यास का मौका नहीं मिला। इस दौरान उन्होंने योगाभ्यास किया और खुद को मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखा। स्विट्जरलैंड में सर्वाधिक ऊंचे शिखर पर काफी तेज हवाएं चलने के कारण वे ज्यादा देर तक नहीं रुक सकीं। इसका एक वीडियो और कुछ फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा भी किए हैं।