एनटीन्यूज़: उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव लडने की मंशा रखने वाले कुछ नेताओं पर निर्वाचन आयोग ने कड़ा रूख अपनाते हुए विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रतिबन्ध किया है।

भारत निर्वाचन आयोग ने अलग-अलग राजनैतिक दलों से जुड़े उत्तराखंड के 17 ऐसे नेताओं की सूची जारी की है, जिन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा में हिस्सा लिया था, किन्तु अब आयोग ने इन्हें आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रतिबन्ध किया है।

नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा में अपने चुनाव के खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है।

भारतीय निर्वाचन आयोग ने जिन नेताओं के नामों की सूची रिटर्निंग अधिकारियो को भेजी है उनमें पौड़ी से राजेंद्र सिंह भंडारी, देहरादून से मधुशाह, गौतम सिंह बिष्ट, विनोद प्रसाद नौटियाल, जयप्रकाश उपाध्याय, बागेश्वर से सुंदर धौनी, पिथौरागढ़ से राजेंद्र सिंह बिष्ट, सुहैल अहमद, विनोद शर्मा, विनय, लाल सिंह, जितेंद्र कुमार, दिनेश कुमार, भुवन जोशी व हरिद्वार से बच्ची सिंह और मौ. अशरफ,चम्पावत से राजेद्र सिंह के नाम शामिल है।

आयोग की नियमावली के अनुसार अब ये सभी प्रतिबन्ध नेता सात जनवरी 2023 तक चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकते। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारत निर्वाचन आयोग ने इन नामों की सूची तैयार कर रिटर्निग अधिकारियों को भी भेज दी है।