नीति घाटी के मलारी में हिमखंड टूटने की खबर सामने आई है। अभी तक हिमखंड के टूटने से नुकसान की कोई खबर सामने नहीं आई है। भारत-चीन सीमा पर हिमखंड टूटने की खबर के बाद आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है।

सोमवार को मलारी नाले में ग्लेशियर टूटने से चारों ओर बर्फ का धुआं उठा। देखते- देखते यहां अफरातफरी मच गई है। मलारी गांव से पहले ही यह हिमखंड टूटा है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने मौसम के बदले मिजाज के चलते उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

नीती घाटी भारत के उत्तराखण्ड राज्य के चमोली ज़िले में स्थित एक घाटी है, जिसमें नीती नामक गाँव स्थित है। यहाँ धौलीगंगा नदी बहती है। यह नीती दर्रे से पहले भारत का अंतिम गाँव है और उस दर्रे के पार तिब्बत स्थित है।

जानकारी के मुताबिक सोमवार सुबह नीति घाटी स्थित मलारी में ग्लेशियर टूटने से चारों ओर बर्फ का धुआं उठता देखा गया। देखते-देखते वहां अफरा-तफरी मच गई है। जहा यह हिमखंड टूटा वहा से मलारी गांव कुछ ही दूरी पर।

मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने मौसम के बदले मिजाज के चलते उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। सरकार ने शासन और आपदा आपदा प्रबंधन को बेहद सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।