दिनांक 25 नवंबर 2024 को पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग में उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) के तत्वावधान व बायोकेमेस्ट्री विभाग एम्स ऋषिकेश के सहयोग से पांच दिवसीय हैंड्स ऑन ट्रेंनिंग सर्टिफिकेट कोर्स “जैव विज्ञान पर एकीकृत तकनीकें” विषय पर प्रारंभ हुआ ।
जिसमें डी०ए०वी० कॉलेज देहरादून, गुरु राम दस इंस्टीट्यूट, एस०आर०टी ० परिसर, टिहरी गढ़वाल, देव भूमि उत्तराखंड यूनिवर्सिटी देहरादून, पी०जी०कॉलेज, धनौरी हरिद्वार व पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश के लगभग 30 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीदेव सुमन उत्तराखंड परिसर के मा कुलपति, प्रो. एन०के० जोशी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छात्रों में कौशल विकास का होना अति आवश्यक है तथा ऐसे कार्यशाला प्रतिभागियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रसार करते हैं, उन्होंने बताया कि जैब विज्ञान में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं जिसमें छात्र-छात्राएं अनुसंधान कर अपना रोजगार तलाश सकते हैं व उन्होंने यूसर्क का धन्यवाद ज्ञापित किया।
यूसर्क की निदेशक प्रो० अनीता रावत ने कुलपति व प्रो० जी०के० ढींगरा को विश्वविद्यालय परिसर तथा अन्य शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की उन्होंने कहा की यूसर्क हमेशा छात्रों के सर्वागणी विकास हेतु तत्पर रहने का प्रयास कर रहा है, उन्होंने बताया कि जैव विज्ञान पर एकीकृत तकनीकें एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें जैव विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को एक साथ मिलाकर समझने का प्रयास किया जाता है। एकीकृत तकनीकों में जीनोमिक्स और प्रोटिओमिक्स, बायोइनफॉरमैटिक्स, सिस्टम्स बायोलॉज,सिंथेटिक बायोलॉजी
इन एकीकृत तकनीकों से जटिल समस्याओं का समाधान, जैविक प्रक्रियाओं की समझ, उद्योगों में अनुप्रयोग में लाभ मिलता है।
एम्स ऋषिकेश से बायोकेमेस्ट्री विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो०अनीसा अतीफ मिर्जा ने कहा इस प्रकार की कार्यशाला के द्वारा छात्रों में एक नई ऊर्जा तथा जानकारी का प्रसार होता है उन्होंने यूसर्क की निदेशक का ऐसे कार्यक्रम कराने के लिए उनका आभार जताया उन्होंने बताया कि एम्स ऋषिकेश में प्रतिभागियों को एलिसा टेस्ट तथा विभिन्न प्रयोगशाला में महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाएगी ।
विज्ञान संकायाध्यक्ष व कार्यशाला संयोजक प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने सभी को शुभकामनाएं सहित अपना आशीर्वाद प्रदान किया, उन्होंने पांच दिनों के इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार पूर्वक सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया वह अनुशासित रूप में कार्यशाला का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।
यूसर्क के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ नौटियाल ने बताया कि यूसर्क के उद्यमिता विकास केंद्र के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालय में इस प्रकार के रोजगारपरक ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, इस परिसर में यूसर्क की ओर से यह चौथी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिससे पहाड़ी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को अत्यधिक लाभ मिलता है।
पहले दिन एम०एल०टी० विभाग की प्रवक्ता सफिया हसन ने छात्र-छात्राओं को पैथोलॉजी लैब की बहुत सी बातें समझाई व बताई ओर हीमोग्लोबिन व ब्लड ग्रुपिंग जांच करने के बारे में बताया वह उनके हाथों से करवाया भी गया।
साथ ही शालिनी कोटियाल ने सभी छात्र-छात्राओं को माइक्रोबायोलॉजी लैब के बारे समझाया व बैक्टीरिया की कैसे जॉच की जाती है व मीडिया बनाने की प्रक्रिया छात्र छात्राओं से कराया।
उसी तरह बायोकेमेस्ट्री लैब में अर्जुन पालीवाल ने सभी छात्र-छात्राओं को बायो मेडिकल वेस्ट के बारे में समझाया व सभी मशीनों के बारे में बता कर उन्हें बहुत से टेस्ट करने सिखाए और करवाए भी गए जैसे लीवर की जांच,किडनी की जांच और शुगर की जांच जिससे सभी छात्र छात्राएं बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने काफी उत्साह के साथ बहुत कुछ सीखा।
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