उत्तराखंड: राज्य में फर्जी वेबसाइट खोलकर सरकारी नौकरियों के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले गिरोह का एसटीएफ देहरादून ने भंडाफोड़ किया है।

मामले में गिरोह के तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से मिले 1 लैपटॉप, 3 मोबाइल व नोएडा स्थित भारतीय युवा खेल परिषद के दस्तावेज भी एसटीएफ ने जब्त किये है।

मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय युवा खेल परिषद के नाम से वेबसाइट चलाकर बेरोजगार युवकों को पीटी मास्टर, रेलवे विभाग इनकम टैक्स आदि विभाग में भर्ती के नाम पर उत्तराखंड सहित देश के विभिन्न राज्यों से करीब 82 बेरोजगारों लगभग 55 लाख की ठगी की गई।

मामले में कुछ युवकों ने एसटीएफ को शिकायत करते बताया कि एक संगठित गिरोह भारतीय युवा खेल परिषद में फिजिकल एजुकेशन टीचर, भारतीय रेलवे, इनकम टैक्स आदि विभागों में सरकारी नौकरी के पदों के लिये ऑनलाइन आवेदन मांग रहे हैं।जिसमे भर्ती के एवज में फर्जी भर्ती सेंटरों में ट्रेनिंग देकर रकम ली जा रही है।

शिकायत पर एसटीएफ ने पड़ताल की तो जानकारी मिली कि भारतीय युवा खेल परिषद नाम से एक वेबसाइट बनी हुई है। आरोपियों द्वारा युवाओं को उनके चयन होने का लेटर देकर हरिद्वार स्थित एक आश्रम में प्रशिक्षण दिया जाता था।

आरोपियों द्वारा अब तक उत्तराखंड सहित पूरे भारत के 82 बेरोजगारों के साथ ठगी की गई। जिसमें फिजिकल एजुकेशन टीचर जैसे विभिन्न पदों के लिये ऑनलाइन आवेदन पत्र उपलब्ध है। उसमें रजिस्ट्रेशन के लिये 700 रुपये की फीस निर्धारित की गयी है। साथ इसी वेबसाइट पर कॉन्टेक्ट नम्बर भी जारी किये गये है। जिसमे विभिन्न पदों की भर्ती के लिए 700 रुपये का रजिस्ट्रेशन शुल्क भरकर आवेदन करने व सिलेक्शन होने पर ट्रेनिंग के लिए भेजे जाने की बात कही गई है।

संबंधित वेबसाइट में जाकर आनलाइन आवेदन पत्र के नाम पर 700 रुपये फीस प्राप्त कर ली जाती। जिसके कुछ दिन बाद युवक और युवती को अपने मूल डॉक्यूमेंट जमा करने को कहा जाता। फिर मेल के माध्यम से युवक और युवती को फिजिकल एजुकेशन टीचर पद के लिये बताकर ट्रेनिंग के लिये हरिद्वार स्थित एक आश्रम में उपस्थित होने के लिये कहा जाता।

उसके बाद उनसे परमानेंट सिलेक्शन के लिये करीब 1.5 से 2 लाख रुपये का खर्चा बताकर यूथ एसोसिएशन के नाम से बने खाते के अलावा अपने खातों में पैसा जमा करा दिये जाते थे। फिर युवक और युवतियों को कुछ दिन ट्रेनिंग देने के बाद ज्वॉइनिंग लेटर का इंतजार करने के लिये कहकर वापस भेज दिया जाता है। फिर दोबारा से उन्हें कोई संपर्क नहीं किया जाता था।

ठगी के शिकार आवेदकों से एसटीएफ को जानकारी मिली कि हरिद्वार के श्यामपुर स्थित एक आश्रम में बेरोजगार युवकों को एक माह की ट्रेनिंग दी गयी। गिरोह के लोगों द्वारा ट्रेनिंग के लिए कुछ ट्रेनर भी रखे थे। ट्रेनिंग के दौरान ही युवक और युवतियों को खाते के नंबर देकर उनसे करीब 2 लाख रुपए जमा करा दिये जाते थे। जो कि आनंद महतो नाम के शख्स के खाते में जमा होते थे।

एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया की एसटीएफ ने पूरे मामले में छानबीन की है। जिसमें सबसे पहले भारतीय युवा खेल परिषद के बारे में जानकारी की गयी, जिसमंे पता चला कि भारतीय युवा खेल परिषद के नाम से जारी वेबसाइट में ऑनलाइन फार्म में दिये जाने वाला रजिस्ट्रेशन शुल्क 700 रुपये आनंद महतो के नाम से बने पेटीएम अकाउंट में जमा हो रहा है। इस अकाउंट में पिछले 6 महीने के भीतर पूरे भारत के अलग अलग राज्यों से युवक और युवतियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया है। भारतीय युवा खेल परिषद के नाम से बेरोजगार युवकों से प्राप्त की जा रही धनराशि यूथ एसोसिएशन के नाम के खाते में जमा हुई है। जिसका संचालक आनंद कुमार महतो, राखी रानी और मनीष कुमार करते हैं।

जांच में इस गिरोह के आनंद कुमार महतो, राखी रानी और मनीष कुमार के अलावा अन्य सदस्य योगेन्द्र कुमार योगेश, संजय रावत, राजकुमार उर्फ राजवरी, संदीप सिंह का नाम सामने आया। जिनमें से तीन सदस्य आनन्द मेहतो, योगेश और संजय रावत की गिरफ्तारी की गयी है।

एसटीएफ ने मामले में श्यामपुर हरिद्वार में मुकदमा पंजीकृत कराया है। गिरोह के सदस्यों के खातों के अलावा अन्य खातों को फ्रीज करने के लिए एसटीएफ कार्यवाही कर रहा है। एसटीएफ मामले में और भी सदस्यों की गिरफ्तारी मेे जुटी हुई है।