भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद व उत्तराखंड उच्च शिक्षा विभाग एवं देवभूमि उद्यमिता योजना के संयुक्त तत्वाधान में उच्च शिक्षा में युवाओं को उद्यमिता कौशल के प्रति प्रेरित करने हेतु राजकीय महाविद्यालय कण्वघाटी कोटद्वार में देव भूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित किया गया हैं।

देव भूमि उद्यमिता केंद्र के द्वारा विगत शैक्षिक सत्र से महाविद्यालय के छात्र छात्राओं में उद्यमिता विकास करने हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

इसी क्रम में महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग प्रभारी डॉ उषा सिंह ने भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद में छः दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट प्रोग्राम 2024 के थर्ड कोहार्ट में दिनांक 28 जुलाई 2024 से 2 अगस्त 2024 तक प्रशिक्षण प्राप्त किया। महाविद्यालय के देवभूमि उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ विनय देवलाल ने जानकारी देते हुए बताया की महाविद्यालय के उद्यमिता केंद्र के अंतर्गत विगत सत्र में अनेकों जागरूकता कार्यशालाओं,गतिविधियों के अतिरिक्त दो दिवसीय बूट कैंप तथा बारह दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया था।

समस्त कार्यक्रमों के माध्यम से महाविद्यालय के छात्र छात्राओं,पूर्व छात्रों,स्थानीय लोगों में उद्यमिता गुणों की पहचान करने उन्हें विकसित करने व उद्यमिता हेतु प्रेरित करने संबंधी प्रयास किए गए। देव भूमि उद्यमिता योजना का उद्देश्य उत्तराखंड के युवाओं को प्रांतीय वा स्थानीय संसाधनों का सकुशल उपयोग कर रोजगार के अवसरों को बढ़ाना वा आर्थिक विकास करना है ।

महाविद्यालय प्राचार्य प्रो विजय कुमार अग्रवाल ने बताया की महाविद्यालय मे देवभूमि उद्यमिता केंद्र की स्थापना के उद्देश्यों को सफलता पूर्वक पूर्ण करने हेतु पूर्व में डॉ विनय देवलाल द्वारा भारतीय उद्यमिता संस्थान अहमदाबाद से प्रशिक्षण प्राप्त किया गया था तथा इस वर्ष महाविद्यालय से डॉ उषा सिंह द्वारा फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट प्रोग्राम में प्रशिक्षण लिया गया है।

प्रशिक्षण प्राप्त मेंटरों द्वारा आगामी दिवसों में परिसर में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रमों के अतिरिक्त बूट कैंप एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। छात्र-छात्राओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करनें में देवभूमि उद्यमिता संस्थान द्वारा मेंटरिंग कर हर प्रकार से सहयोग किया जाएगा एवं चयनित विशेष छात्रों को स्वरोजगार हेतु सीड़ मनी एवं उनके प्रशिक्षण हेतु मार्गदर्शित किया जाएगा।

महाविद्यालय प्राचार्य ने वर्तमान समय में उद्यमिता एवं स्वरोजगार द्वारा उत्तराखंड के स्थानीय युवाओं के भविष्य निर्माण व पलायन व रोजगार जैसी समस्याओं को दूर करने में मील का पत्थर साबित होगा, प्रो0 विजय कुमार अग्रवाल नें इस दिशा में उच्च शिक्षा विभाग की इस पहल व प्राध्यापकों के प्रशिक्षण को एक सराहनीय कदम बताया ।