- “एक भारत श्रेष्ठ भारत”
राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में दिनांक 29 जनवरी 2025 को एक भारत श्रेष्ठ भारत समिति के तत्वावधान में “एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान थी। एक भारत श्रेष्ठ भारत समिति प्रभारी डॉ. हिमानी सिंह ने इस अभियान के परिचय में बताया कि इससे दो राज्यों के मध्य एक गहरा आत्मिक जुड़ाव पैदा होता है जो देश की अखंडता को मजबूत बनाए रखता है।
डॉ. सीमा चौहान ने अपने व्याख्यान में बताया कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी द्वारा प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है। एक भारत श्रेष्ठ भारत में दो राज्यों में एक एमओयू होता है, जिसमें वह एक दूसरे की भाषा, संस्कृति, पर्यटन, इतिहास एवं एक-दूसरे राज्यों की समस्याओं इत्यादि को गहराई से समझते हैं।
यह भारत के एकीकरण के क्षेत्र में एक ठोस कदम है। यह परिकल्पना 31 अक्टूबर 2015 से प्रारंभ हुई, यह दिन सरदार पटेल का जन्म दिवस है, जो कि राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है और यहीं से एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान की भी शुरुआत हुई। भारतीय रियासतों का एकीकरण एक बहुत बड़ी चुनौती थी जिसे दो लोगों श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल एवं श्री वी. पी. मेनन ने अपनी कूटनीति तथा प्रयासों से संभव बनाया। डॉ. सीमा चौहान जी ने बताया कि किस प्रकार आजादी के बाद विविध राज्यों का भारत में विलय हुआ। उन्होंने सरदार पटेल द्वारा देश की एकता के संदर्भ में दिए गए भाषण को भी छात्राओं के सामने प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया कि जैसे समुद्र में सभी नदियां एक हो जाती हैं ऐसे ही हमारा देश विविधताओं के बावजूद भी एक है। हमें राष्ट्रीय विविधता को अपनी ताकत बनाना है और यही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है।
इस अवसर पर एक भारत श्रेष्ठ भारत द्वारा आयोजित असम राज्य की लोक कला विषय पर आधारित निबंध प्रतियोगिता एवं असम राज्य की अल्पना कला पर आधारित अल्पना चित्रण प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को पुरस्कार भी प्रदान किए गए।
निबंध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान छात्रा छवि गौतम ने, द्वितीय स्थान हर्षिता मालव ने और तृतीय स्थान दुर्गेश नंदिनी सेन ने प्राप्त किया। अल्पना चित्रण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर छात्रा शेजल सेंगावत, द्वितीय स्थान पर बिंदिया नागर एवं तृतीय स्थान पर कुसुम मालव रही।
छात्रा बिंदिया नागर ने कहा कि बड़ी मंजिल पाने के लिए शुरू से ही प्रयास करना आवश्यक है, शुरुआत अच्छी होगी तो अंत भी अच्छा होगा। अंत में समिति सदस्य डॉ. प्रियंका वर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के अन्य संकाय सदस्य डॉ. मीरा गुप्ता, डॉ. सपना कोतरा, डॉ. अर्चना सहारे, डॉ. मनीषा शर्मा, डॉ. बिंदु चतुर्वेदी, डॉ. सुनीता शर्मा, डॉ. बबीता सिंघल, डॉ. सोमवती शर्मा, डॉ सुबोध कुमार, डॉ. ज्योति सिडाना, डॉ दीप्ति जोशी एवं डॉ. रजनीश जैन भी उपस्थित रहे।