राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा में आज दिनांक 29 नवंबर 2024 को नवाचार एवं कौशल विकास प्रकोष्ठ के तत्वाधान में चल रही छः दिवसीय “मूल्य सृजन कार्यशाला” के पांचवें दिन छात्राओं को सीडी से टी-कोस्टर बनाना सिखाया गया।

इसके साथ ही छात्राओं ने लोहे के बॉक्स पर पिछवाई तथा मधुबनी चित्रकारी करना, बेकार पड़ी हुई टोकरियों से सुंदर कलाकृतियां बनाना सीखा ।

प्राचार्य प्रो० सीमा चौहान मैडम ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें अपने दैनिक जीवन में इस प्रकार की अनुपयोगी सामग्री को उपयोगी रूप में परिवर्तित कर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। वर्तमान समय में ई-वेस्ट पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बनता जा रहा है अतः इसका पुनरुपयोग करके हम इस समस्या से भी निजात पा सकते हैं।

साथ ही पुराने बर्तन, टोकरियां, लकड़ी के फर्नीचर आदि को भी नवीनीकृत कर पुनः उपयोग में लिया जा सकता है। इसके लिए छात्राओं ने कार्यशाला के दौरान जो रचनात्मकता दिखाई है, वह सराहनीय है।

नवाचार प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. सुनीता शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला में प्रतिदिन 40 छात्राएं नियमित रूप से सहभागिता कर रही हैं। और अपनी उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन कर रही हैं।

इस कार्यशाला में डॉ. निधि मीणा, डॉ. गिरेन्द्र पाल सिंह, डॉ. धर्म सिंह मीणा, डॉ. दीपा स्वामी ने सहयोग किया।