देवेंद्र सक्सेना : वर्ष के अंत में कोटा आई प्रसिद्ध लोक नृत्यांगना, शिक्षाविद् मीरा से बातचीत….
कोटा महोत्सव एवं कोटा के दर्शनीय स्थलों की प्रशंसा की…
संगीत शिक्षा को लेकर उन्होंने बताया कि, मेरी दादी से सीखा तथा पिता श्री देवेन्द्र विद्यार्थी एवं माता शांति सक्सेना के सहयोग से हमारी संस्था में कार्यरत मणिपुरी, पंजाबी, राजस्थानी, कथक नृत्य के कुशल गुरुओं से संगीत सीखने का मौका मिला…
आई सी सी आर भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के माध्यम से बुल्गारिया, मंगोलिया, रशिया जापान गई रूस ओलिंपिक उद्घाटन समारोह में , जापान भारत महोत्सव में राजस्थान का प्रतिनिधित्व का मौका मिला
पति कर्नल अजीत सक्सेना को संगीत बहुत पसंद है।
– कोटा आकर कैसा लगा???
कई वर्ष पहले राष्ट्रीय दशहरा मेला में मीरा बाई नृत्य नाटिका के प्रदर्शन के लिए आई थी तब से अब तक कोटा में काफी विकास हुआ।
-कोटा बहुत अच्छा लगा मैनें अपनी शिक्षा अधिकारी मित्र, के साथ कोटा में चम्बल रिवर Front, त्रिकुटा शास्त्रीय गायिका संगीता सक्सेना आस्था सक्सेना के साथ
सेवन वंडर्स, ,किशोर सागर, स्वर्ण महल देखा, बेडमिंटन कोच साक्षी के साथ उम्मेद भवन गई।
– कोटा की शास्त्रीय गायिका संगीता सक्सेना एवं तबला वादक देवेंद्र सक्सेना के यहाँ उनकी होनहार पुत्री आस्था सक्सेना के यहाँ गायन ने मुझे बहुत आनंदित किया।
इतिहासकार डॉ 0 अरविंद सक्सेना से सकारात्मक बातचीत हुई।
सभी क्षेत्रों में अपार ज्ञान का भंडार एवं कार्य करने कीअपार संभावनाएं हैं। जरूरत है लगन और मेहनत की।
. भारतीय कला के लिए सरकारी की भूमिका अच्छी है कलाकारों खोज खोज कर पद्म श्री से सम्मानित किया जा रहा है। प्रतिभाशाली कलाकारों को पुरस्कार के साथ साथ रोजगार आर्थिक सहयोग मिलना चाहिए।
मध्यप्रदेश सरकार के यहाँ कई पुरस्कार दिए जाते हैं जैसे कालिदास सम्मान, तानसेन सम्मान, कुमार गंधर्व सम्मान, लता मंगेशकर सम्मान किशोर कुमार सम्मान, शिखर सम्मान आदि! हमारे प्रदेश में भी ऐसी परम्परा चलनी चाहिए मीरा बाई सम्मान, पंडित रामनारायण, पंडित लक्षमण भट्ट तैलंग, सुल्तान खान, पंडित दुर्गा लाल जी, देवीलाल सावर और भी कई नाम है।
युवाओं के लिए संदेश – युवा पढ़ने के बाद रोजगार देश में ही खोजें माता पिता और मातृभूमि के साथ रहें
राष्ट्र हित सर्वोपरि होना चाहिए
युवा आत्म हत्या कर रहे हैं यह कायरता है सभी सकरात्मक सोच रखें सांस्कृतिक धार्मिक सामाजिक कार्यक्रमों में भाग ले
अच्छी आध्यात्मिक संस्थाओं से जुड़े
देवेंद्र सक्सेना से पता चला हैअखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा आइकॉन डॉ 0 चिन्मय पण्डया प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्व विद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में यहाँ पर्यावरण संरक्षण एवं विश्व कल्याण के लिए 10 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ समारोह होने जा रहा है जिसमें भारतीय कला प्रदर्शनी कार्यक्रम होगा।
युवाओं को ऐसे कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए। जहाँ विचार परिवर्तन हो सके।
नौजवानों उठो वक्त यह कह रहा।
खुद को बदलो जमाना बदल जायेगा।।