कविता ठाकुर की कविता: हे मानव तू अपनी इच्छा शक्ति को जगा..

सुश्री कविता ठाकुर कोटा द्वारा अपने जन्म दिवस 7 जुलाई के अवसर पर  लिखी प्रेरणा दायक कविता

हे मानव तू अपनी इच्छा शक्ति को जगा..
दुख को दूर भगा..
संसार की सारी सफलता का मूल है प्रबल इच्छा शक्ति..
बिना इसके नहीं हो पाती
भक्ति
बिना भक्ति के मन और आत्मा को कैसे मिलेगी शक्ति…
आध्यात्मिक शक्ति ही है प्रबल इच्छा शक्ति…
इच्छा शक्ति ने विज्ञान को
बलवान बनाया..
इसी वजह से इंसान आकाश पाताल में पहुंच पाया..
बीज अंकुरित हो विशालकाय -वृक्ष बन पाया
नापी सागर की गहराई
पहूँचा हिमालय पर्वत के अंतिम शिखर पर
इच्छा शक्ति ने संगीत के सुरों को साधा..
वेदमाता गायत्री और यज्ञ पिता की साधना कर मन को निर्मल बनाया…
प्रबल इच्छा शक्ति से भारत को पुनः विश्व गुरु बनाऐंगे
सारा विश्व हमारा परिवार है
यह विश्वास जगायेगें…

सुश्री कविता ठाकुर कोटा द्वारा अपने जन्म दिवस 7 जुलाई के अवसर पर लिखी प्रेरणा दायक कविता के लिए साधुवाद तथा उन्हें उनके जन्मदिन पर नवल टाइम्स न्यूज़ की ओर से बहुत बहुत शुभकामनाएं