नवल टाइम्स न्यूज़: उत्तराखंड के प्रसिद्ध केदारनाथ धाम से एक शर्मनाक घटना सामने आई है जिसमें केदारनाथ धाम पर घोड़े खच्चर वालों ने कुछ तीर्थ यात्रियों को घेरकर डंडों द्वारा पीटा गया, मारपीट का विडियो हुआ वायरल ।
पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पीड़ित द्वारा सोनप्रयाग थाने में केस दर्ज किया करने वालों की पहचान की ।वीडियो को कई लोगों ने शेयर करते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी।
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बताया जाता है कि केदारनाथ धाम यात्रा पर आयी श्रद्धालु तनुका पौण्डार निवासी महिपालपुर दिल्ली ने कोतवाली सोनप्रयाग पर शिकायत की गयी कि वे दिनांक 10 जून 2023 को गौरीकुण्ड से केदारनाथ यात्रा के लिए पैदल निकले थे।
रास्ते में भीमबली पुल के पास एक घोड़ा बुरी हालत में गिरा हुआ था। जिसकी वजह से वे वहां पर रुके और आस-पास के लोगों से मदद मांगी, परन्तु किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गयी। इसी दौरान एक व्यक्ति वहाँ पर अन्य जीवों को बुरी तरह मार रहा था, इनके द्वारा उसे केवल यही कहा गया कि ऐसा क्यों कर रहे हो। ऐसा बोलते ही घोड़ा संचालक की भीड़ वहॉं पर आयी और 4-5 लोग उनके साथ मार-पीट और बदतमीजी करने लगे, साथ ही उनके द्वारा इनको उत्तराखण्ड छोड़ने की धमकी भी दी गयी। शिकायतकर्ता द्वारा यह शिकायत दिनांक 12 जून 2023 को कोतवाली सोनप्रयाग पर वापस आते समय दी गयी।
शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर कोतवाली सोनप्रयाग पर भा0द0वि0 की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रचलित की गयी। दौराने विवेचना मारपीट की घटना में शामिल 05 अभियुक्तों का चिन्हीकरण कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी गयी है।
1. अंकित सिंह पुत्र स्व0 श्री प्रकाश सिंह, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
2. सन्तोष कुमार पुत्र श्री रघुवीर लाल, निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
3. रोहित कुमार पुत्र श्री रोशन लाल निवासी ग्राम आसो, जयकण्डी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग।
4. गौतम पुत्र आनन्द लाल निवासी ग्राम जाखन भरदार, थाना व जिला रुद्रप्रयाग।
इनके अतिरिक्त एक नाबालिग बालक भी इनमें शामिल है, जिसके सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही अलग से की गयी है।
पुलिस द्वारा इनके घोड़े संचालन हेतु जारी किये गये लाइसेन्स निरस्तीकरण विषयक अनुरोध भी सम्बन्धित विभाग से किया गया है।
उत्तराखंड जोकि तीर्थ स्थलों का राज्य है वहां श्रद्धालु अपनी श्रद्धा लेकर मंदिरों में दर्शन के लिए आते हैं और उत्तराखंड का यही एक आमदनी का मुख्य भी साधन है । ऐसे में अगर श्रद्धालुओं के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जाएगा तो यह बहुत ही सोचनीय और व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह है।
हरिद्वार नवल टाइम्स न्यूज़ सरकार से मांग करता है कि इस प्रकार के व्यवहार करने वाले चाहे वह दुकानदार हो या घोड़े खच्चर वाले, को चिन्हित कर कठोरतम कार्रवाई की जाये।
और यह है इन दुकानदारों या घोड़े खच्चर वालों को भी समझना चाहिए कि उनके जीवनउपार्जन का साधन यह श्रद्धालु ही है और अगर आप उनके साथ ऐसा व्यवहार करेंगे तो इस बात का असर उनकी रोजी-रोटी पर भी पड़ सकता है नवल टाइम्स न्यूज़ इस प्रकार की शर्मनाक घटना की पूर्णता से निंदा करता है।