आज दिनांक 13 फरवरी 2025 को राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा के पीजी एसोसिएशन के तत्वाधान में चल रहे 15 दिवसीय (30 घंटे) वैल्यू एडेड सर्टिफिकेट कोर्स – योग और ध्यान कार्यशाला के अन्तर्गत प्रथम सत्र में डाॅ. प्रीति मीणा द्वारा विभिन्न प्रकार के आसन एवं प्राणायम का अभ्यास करवाया, साथ ही छात्राओं को प्राकृतिक चिकित्सा की जानकारी प्रदान की।

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में ब्रह्मकुमारी संस्था की बीके प्रीति दीदी ने बताया कि हम एक आत्मा है यह शरीर नहीं है आत्मा को चार्ज करने के लिए हमें ईश्वर की शक्ति से संबंध जोड़ना होगा तभी हमारी आत्मा चार्ज होगी। अध्यात्म का मतलब निस्वार्थ भाव से सेवा और हमेशा सकारात्मक रहना।

उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें कारण के बजाय निवारण पर ध्यान देना होगा। हमे अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा नहीं तो हम भटकते रहेंगे। ध्यान से मन और बुद्धि एक साथ काम करते है उससे हम आगे बढ़ते हैं अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करते हैं।

विषय विशेषज्ञ ब्रह्मकुमारी संस्था के श्री प्रदीप गुप्ता ने चवूमत व िजीवनहीजे विचारों की शक्ति की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हमें अपने विश्वास प्रणाली को चेक करना होगा।

उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह से डॉ इमोटो क्त म्उवजव ने पानी पर प्रयोग करके बताया कि हम अपने विचारों की शक्ति से अपने अंदर तो परिवर्तन लाते ही हैं साथ ही अपने आसपास के वातावरण को भी बदलने की क्षमता रखते है। उन्होंने ऑडियो वीडियो के माध्यम से ध्यान का महत्व बताया।

कार्यक्रम में पीजी एसोसिएशन के सदस्य डॉ मीरा गुप्ता, डॉ कविता मकवाना, डॉ कविता मीणा तथा अन्य संकाय सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. अनीता तम्बोली ने किया। अंत में पीजी एसोसिएशन की सदस्य डाॅ. मीरा गुप्ता ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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