• हनुमानजी के भक्त सड़कों पर उतरे, बालाजी के मंदिर के साथ कोई भी अभद्रता बर्दास्त नहीं 

कोटा 25 मार्च: प्रबल विरोध प्रदर्शन के बाद सेना नें चांदमारी बालाजी मंदिर पर आयोजित होनें वाले सभी धार्मिक आयोजनों को परम्परागत रूप से आयोजित करने की अनुमति प्रदान कर दी है।

सेना से एडमिनिस्ट्रेशन कमानडेट यजुवेन्द्र सिंह यादव के साथ समझौता वार्ता हुई जिसमें पुलिस उपाधिक्षक गंगासहाय, श्री चांदमारी बालाजी प्रबंध समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश गौतम पिंटू, रंगेश्वरनाथ महादेव प्रबंध समिति अध्यक्ष अरविन्द सिसोदिया, रामचरण लोधा एवं सुनील पारीक सम्मिलत हुये।

जिसमें निर्णय लिया गया कि श्री चांदमारी बालाजी मंदिर पर 30 मार्च से 12 अप्रेल तक जो भी परंपरागत आयोजन मंदिर में होते आ रहे हैँ वे सभी आयोजित किये जायेंगे।

श्री चांदमारी बालाजी मंदिर पर लगातार सेना के हस्तक्षेप के विरोध में, मंगलवार को हनुमान जी महाराज की आरती के बाद हनुमान जी के भक्ति गणों ने बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला और सेना के चित्तौड़गढ़ गेट पर प्रदर्शन किया, हनुमान चालीसा पाठ किया। इस दौरान अनेकों भक्तों नें अपने विचार भी रखे।

श्री चांदमारी बालाजी स्थित हनुमान जी की आरती के पश्चात सभी भक्तगण श्री चांदमारी बालाजी प्रबंध समिति ट्रस्ट कार्यकारणी एवं अन्य मंदिर समितियों के पदाधिकारियों के साथ नारे लगाते हुये निकले और खेड़ली फाटक के रास्ते स्टेशन रोड़ होते हुये चित्तौड़गढ़ गेट पहुंचे। वहाँ हनुमान चालीसा का वाचन हुआ।

विरोध प्रदर्शन को श्री चांदमारी बालाजी प्रबंध समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश गौतम, राम मंदिर समिति के सभापति सुधीर उपाध्याय , रंगेश्वरनाथ महादेव मंदिर समिति अध्यक्ष अरविन्द सिसोदिया राममंदिर समिति महामंत्री परमानन्द शर्मा, पार्षद रामगोपाल लोधा, रामचरण लोधा सहित अनेकों भक्तगणो नें संबोधित किया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान एसडीएम और पुलिस उपाधिक्षक गंगासाहय सहित पुलिस बल मौजूद रहा।

चांदमारी प्रबंध समिति ट्रस्ट के अध्यक्ष जगदीश गौतम ने बताया कि सेना द्वारा लगातार मंदिर कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप किया जा रहा है, सामान्य कामकाज में भी अडगे खडे किये जाते हैँ, भक्तों को भी रोका टोका जाता है। जबकि मंदिर में 30 मार्च से बड़े कार्यक्रम चलने हैँ। उनमें भी अवरोध की आशंका उत्पन्न हो गईं थी। इसलिए यह प्रदर्शन हनुमान जी के भक्तों के द्वारा आयोजित किया गया था।

रंगेश्वरनाथ महादेव समिति अध्यक्ष अरविन्द सिसोदिया नें कहा कि गत कई वर्षों से ये मामले प्रशासन के ध्यान में हैँ। उन्होंने कहा एक माह पूर्व से हीं जिला कलेक्टर कोटा के ध्यान में यह विषय लाया जाता रहा है, किन्तु प्रशासन द्वारा लापरवाही वरती गईं जिससे हनुमानजी के भक्तों को सड़क पर उतरना पड़ा।

सिसोदिया नें बताया कि चांदमारी बालाजी मंदिर के मार्ग को रोके जाने और अनावश्यक समस्याएँ ख़डी किये जानें के निदान हेतु रक्षा मंत्री भारत सरकार से लेकर जिला कलेक्टर कोटा तक को मेल द्वारा तथा व्यक्तिगत रूप से अवगत करवाया हुआ है। मंदिर का मार्ग खुलने तक यह संघर्ष भक्तगणो का है और जारी रहेगा।

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