ऋषिकेश, 26 नवम्बर 2025: श्री देव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, पं. एल. एम. एस. परिसर, ऋषिकेश , ऋषिकेश के गणित विभाग द्वारा “A Celebration of Ideas, Innovation and Mathematics” का भव्य आयोजन अत्यंत उत्साह और गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों की रचनात्मकता, नवाचार, शैक्षणिक प्रतिभा और बौद्धिक उपलब्धियों को सम्मानित करना था। कार्यक्रम के उद्घाटन में प्रो. एम. एस. रावत, निदेशक, पं. एल. एम. एस. परिसर, ऋषिकेश ने कहा कि “हमारे छात्र देश-विदेश में विश्वविद्यालय का नाम ऊँचा कर रहे हैं। गणित विभाग निरंतर उत्कृष्ट शैक्षणिक वातावरण प्रदान कर रहा है और यह कार्यक्रम उसकी श्रेष्ठता का प्रमाण है।“गणित न केवल विज्ञान बल्कि हर क्षेत्र में आधारभूत भूमिका निभाता है। ऐसे कार्यक्रम भविष्य-निर्माण में महत्वपूर्ण हैं।”
उन्होंने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा—निबंध, पोस्टर और क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राएँ प्रशंसनीय हैं। विशेष रूप से विजेताओं को मैं शुभकामनाएँ देता हूँ कि वे भविष्य में भी इसी उत्साह और लगन के साथ अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाएँ।
प्रो. एस. पी. सती, डीन, संकाय विज्ञान संकाय ने कहा कि “गणित नवाचार का मूल है। विभाग द्वारा आयोजित गतिविधियाँ विद्यार्थियों में अनुसंधान-शीलता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करती हैं।” विभाग के विद्यार्थियों ने न केवल अकादमिक ज्ञान का प्रदर्शन किया है, बल्कि रचनात्मकता, नवाचार और गणितीय सोच की गहराई को भी उजागर किया है।
पूर्व डीन, संकाय विज्ञान, प्रो. जी. एस. ढींगरा ने कहा कि “गणितीय सोच विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक क्षमता और समस्या-समाधान कौशल का विकास करती है, जो आज के युग में अत्यंत आवश्यक है।”
विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता तोमर ने सभी अतिथियों, संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि—“गणित सिर्फ एक विषय नहीं, बल्कि तर्क, नवाचार और रचनात्मकता की भाषा है। हमारे छात्र निरंतर उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और आज हम उनकी मेहनत और उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए एकत्र हुए हैं।विद्यार्थियों को मंच देना उनकी आत्मविश्वास-वृद्धि और शैक्षणिक विकास के लिए अनिवार्य है।
विभाग का प्रयास प्रशंसनीय है।”उन्होंने वर्ष 2025 को विभाग के लिए “अत्यंत सक्रिय, समृद्ध और शैक्षणिक रूप से प्रेरक” बताया। गणित विभाग ने इस वर्ष कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें प्रमुख हैं—
अंतरराष्ट्रीय ई-सम्मेलन (RDPAM–2025)13–14 नवंबर 2025 को गणित विभाग एवं IQAC, GDC चकराता के संयुक्त तत्वावधान में International E-Conference on “Recent Developments in Pure and Applied Mathematics (RDPAM–2025)” का सफल आयोजन किया गया।
विशेष व्याख्यान एवं संगोष्ठियाँ
• 16 अक्टूबर 2025: “Fundamental Concepts of Mathematics and Mathematical Foundations of AI”
• 12 जून 2025: “Artificial Intelligence, Chaos and Swarm Intelligence”
• 06 जून 2025: “Real to Complex Numbers: Empowering AI”
• 27 मई 2025: “Fibonacci Sequence and Golden Ratio”
29 अप्रैल 2025 को तीन प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं—
• निबंध प्रतियोगिता: वैदिक गणित का वर्तमान परिदृश्य
• पोस्टर प्रतियोगिता: दैनिक जीवन में गणित
• क्विज़ प्रतियोगिता: गणित का इतिहास
छात्रों ने अत्यंत उत्कृष्ट उत्साह और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था “Intellectual Property Rights in Mathematics: Issues, Opportunities, and Awareness” पर विशेष सत्र, जिसे संबोधित किया श्री यासिर अब्बास, NIPAM अधिकारी (National Intellectual Property Awareness Mission) ने।
उन्होंने छात्रों को बताया—
• गणितीय शोध में IPR की भूमिका
• गणितीय मॉडल, एल्गोरिद्म और शोध नवाचार कैसे सुरक्षित किए जा सकते हैं
• शोध-नैतिकता और बौद्धिक जिम्मेदारियाँ
• पेटेंट, कॉपीराइट, ट्रेडमार्क का महत्व
उनका संबोधन छात्रों के लिए अत्यंत प्रेरक और ज्ञानवर्धक रहा।
कार्यक्रम में छात्रों ने मनमोहक और ज्ञानपूर्ण प्रस्तुतियाँ दीं:
• रश्मि राय — Permutation & Combination पर रोचक कहानी
• शिवानी नेगी — Complex Numbers की रचनात्मक व्याख्या
• गीता — दैनिक जीवन में गणितीय अनुप्रयोग पर सशक्त प्रस्तुति
क्विज़ प्रतियोगिता (गणित का इतिहास) विजेताओं की सूची
विजेता टीम – एम.एससी. चतुर्थ सेमेस्टर
टीम सदस्य:
• नितेश बथ्याल
• लकी शर्मा
• हर्षिता अग्रवाल
• प्रेरणा
निबंध प्रतियोगिता (Essay Competition)
प्रथम स्थान: आयुष सौरव नेगी — बी.एससी. द्वितीय सेमेस्टर
द्वितीय स्थान: आयुषी श्रीवास्तव — एम.एससी. द्वितीय सेमेस्टर
तृतीय स्थान: लक्की शर्मा — एम.एससी. चतुर्थ सेमेस्टर
पोस्टर प्रतियोगिता (Poster Competition)
प्रथम स्थान: सोनम नौटियाल — एम.एससी. चतुर्थ सेमेस्टर
द्वितीय स्थान: सात्विक सेमवाल — बी.एससी. छठा सेमेस्टर
तृतीय स्थान: निपुण मोहन — बी.एससी. चतुर्थ सेमेस्टर
इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में रचनात्मकता और नवाचार का विशेष रंग भरा। कार्यक्रम का सफल संयोजन डॉ. पवन जोशी, मोनिका सती और प्रो. दीपा शर्मा द्वारा किया गया।
विशेष उपस्थिति:
• प्रो. कंचन लता सिन्हा, पूर्व डीन, वाणिज्य एवं प्रबंधन
• प्रो. वी. पी. श्रीवास्तव, डीन, वाणिज्य एवं प्रबंधन
• प्रो. संगीता मिश्रा, विभागाध्यक्ष, इतिहास
• डॉ. श्रीकिशन नौटियाल, विभागाध्यक्ष, भूविज्ञान
• डॉ. शालिनी रावत
• डॉ. सीमा
• डॉ. एस. के. कुरियाल
• विभिन्न अनुसंधान-विद्वान (Research Scholars)
सभी की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी गरिमामय बना दिया।
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. गौरव व।र्श्नेय ने सभी अतिथियों, वक्ताओं, संकाय सदस्यों, छात्र-छात्राओं एवं स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा— “यह आयोजन गणित विभाग की सामूहिक मेहनत और सहयोग की मिसाल है। हम भविष्य में भी ऐसे सार्थक और प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे।”
कार्यक्रम के अवसर पर माननीय कुलपति, श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय, प्रो. एन. के. जोशी ने गणित विभाग, संकाय सदस्यों और सभी विजेता छात्रों को अपना शुभकामनापूर्ण संदेश प्रेषित किया।
उन्होंने कहा कि—“गणित विभाग, पं. एल. एम. एस. परिसर ऋषिकेश, निरंतर उत्कृष्ट शैक्षणिक गतिविधियों, सृजनात्मक पहलों और शोध-संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सराहना के योग्य है। अंतरराष्ट्रीय ई-सम्मेलन, विषय आधारित व्याख्यान तथा विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने वाली प्रतियोगिताएँ — ये सभी विभाग की प्रतिबद्धता और टीमवर्क का प्रतिबिंब हैं। मैं विभागाध्यक्ष प्रो. अनीता तोमर एवं उनकी पूरी टीम को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ।”
संदेश के अंत में कुलपति महोदय ने आशा व्यक्त की कि गणित विभाग आने वाले वर्षों में भी इसी ऊर्जा, समर्पण और गुणवत्ता के साथ विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाता रहेगा।
कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। पुरस्कृत छात्रों को सम्मानित किया गया तथा सभी प्रतिभागियों की सराहना की गई। गणित विभाग ने पुनः यह सिद्ध किया कि वह शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार का अग्रणी केंद्र है।


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