हरिद्वार: आयुर्वेद विवि गुरुकुल परिसर में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने चार माह से वेतन नहीं मिलने पर चरणबद्ध आंदोलन को शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने काली फीती बांधकर सोमवार से दो घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया।
इस दौरान कर्मचारियों ने परिसर निदेशक डा. गिरिराज प्रसाद गर्ग को ज्ञापन भी सौंपा। प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा अध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी और मंत्री मनीष पंवार ने कहा कि कर्मचारियों को चार माह से वेतन नहीं मिला है। इसके कारण कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट गया है। कर्मचारियों का कहना है कि वेतन नहीं मिलने बच्चों के स्कूल की फीस से लेकर मकान का किराया भी नहीं दे पा रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा अध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी मंत्री मनीष पंवार ने कहा कि कर्मचारियों को चार माह से वेतन नहीं मिला है जिसके कारण कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट गया और संगठन ने 11 जून 2025 को पत्र देकर अवगत कराया है कि 16 जून से कर्मचारी काली फीती बांधकर 2घंटे का कार्यबहिष्कार किया जाएगा।
कार्यबहिष्कार के दौरान आज दिनांक 16 जून को संगठन ने कुलसचिव को आंदोलन की अगुवाई के लिए पत्र दिया गया जिस पर परिसर निदेशक ने तत्काल कार्यवाही करते हुए कुल सचिव को भेज दिया गया, उपशाखा गुरुकुल के कर्मचारियों द्वारा कहा गया कि अब आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी जब तक वेतन के संबंध में कोई ठोस कार्यवाही नहीं होती है तब तक आंदोलन प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तेश्वर, ऑडिटर महेश कुमार जिला मंत्री राकेश भंवर ने कहा कि जल्द ही कोई कार्यवाही न होने पर कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल को बाध्य होगा।
संघ की मांग है कि वेतन ट्रेज़री के माध्यम से दिया जाए।
अगर वेतन सही समय पर नहीं मिलता तो कर्मचारियों को निदेशक आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं उत्तराखंड देहरादून के अंतर्गत समायोजित किया जाए।
काली फीती बांधकर प्रदर्शन करने वालों में दिनेश लखेड़ा, ताजबर सिंह, मनीष पंवार, राकेश चंद्र,अनिल कुमार, लोकेंद्र,
त्रिलोकी प्रसाद, अरूण कुमार, राजू, अंकित, पप्पू, नीलम बिष्ट, ममता पाल, कमलेश, ईशा, इत्यादि शामिल रहे। दो घंटे का कार्यबहिष्कार उपस्थिति लगाकर काली फीती बांधकर 18जून तक रहेगा उसके बाद 19 जून से तीन घंटे का कार्यबहिष्कार उपस्थिति लगाकर किया जाएगा अगर फिर भी कार्यवाही नहीं होती है तो अनिश्चित कालीन हड़ताल जैसी कार्यवाही के लिए बैठक बुलाकर घोषणा की जाएगी।