उत्तराखंड: चारधाम यात्रा के लिए बिना पंजीकरण के आ रहे यात्रियों को रोकने जाने का विरोध करते हुए उत्तरकाशी के होटल कारोबारी सोमवार को उत्तरकाशी के मणिकार्णिका घाट पर जल समाधि लेने पहुंचे।
इस बात की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आगया और जैसे ही व्यापारी जल समाधि लेने भागीरथी नदी में उतरे जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें ऐसा करने से रोका।
जल समाधि की सूचना पर एसडीआरएफ और पुलिस के जवान भी खतरे की आशंका को देखते हुए रेस्क्यू उपकरणों के साथ बड़ी संख्या में मौके पर तैनात रहे।
इस बीच गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान और भटवाड़ी एसडीम चत्तर सिंह चौहान भी मौके पर पहुंचे और होटल कारोबारियों से बातचीत कर उनकी समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया।होटल कारोबारियों ने विधायक के समक्ष सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए तत्काल धामों में बिना पंजीकरण के आ रहे यात्रियों को दर्शन के लिए जाने देने की मांग की।
विधायक को घेरते हुए कारोबारियों ने कहा कि सरकार बिना रजिस्ट्रेशन के धामों के दर्शन को पहुंच रहे यात्रियों को वापस लौटा कर न सिर्फ यात्रियों को मुश्किल में डाल रही है, बल्कि इससे यात्रा कारोबारियों को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है।
उत्तरकाशी के कई होटल कारोबारियों की बुकिंग कैंसिल हुई है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने कहा कि यदि आगे इसी तरह यात्रियों को रोका जाता है, तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। मौके पर होटल एसोसिएशन से जुड़े दीपक पंवार, अजय पुरी, आमोद पंवार, माधव प्रसाद जोशी सहित बड़ी संख्या में होटल कारोबारी थे।