पिछले चार सालों से फरार चल रहे 10 हजार के ईनामी को हरिद्वार पुलिस ने दिल्ली एअरपोर्ट से गिरफ्तार किया, दुबई भागने की फिराक में था आरोपी।

लुक आउट जारी होने पर ब्यूरों ऑफ इमिग्रेशन विभाग की सूचना पर दबोचा  एसआईटी वर्ष 2020 में फरार आरोपी के साथी को गिरफ्तार कर चुकी, चार सालों से फरार चल रहे 10 हजार के ईनामी नशा माफिया को दुबई भागने की फिराक के दौरान पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम ने सूचना पर दिल्ली एअर पोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।

जबकि एसटीएफ टीम उसके साथी को 41 ग्राम स्मैक के साथ वर्ष 2020 में गिरफ्तार कर चुकी। पुलिस दबोचे गये फरार साथी की पहचान विनय थापा के तौर पर हुई थी। पुलिस तभी से फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश में जुटी रही, लेकिन फरार का कोई सुराग नहीं लग सका। फरार आरोपी पर एसएसपी की ओर से 10 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि एसटीएफ टीम ने 22 जुलाई 20 को श्यामपुर थाना क्षेत्र से एक नशा माफिया हितेश को गिरफ्तार किया था। जिसके पास से एसटीएफ ने 41 ग्राम स्मैक बरामद की थी। लेकिन नशा माफिया का साथी फरार होने में कामयाब रहा। जिसकी पहचान विनय थापा निवासी प्रेमनगर देहरादून के तौर पर हुई थी।

एसटीएफ ने दबोचे गये नशा माफिया को श्यामपुर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस टीम फरार मुख्यारोपी को दबोचने के लिए सम्बंधित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की गयी। लेकिन फरार आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा।

उन्होंने बताया तत्कालीन एसएसपी हरिद्वार द्वारा 25 नवम्बर 2022 को भगोड़े विनय थापा पर 05 हजार का ईनाम घोषित किया गया। लेकिन उसके बावजूद भी फरार हुए नशा माफिया का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। फरार मुख्यारोपी के ईनाम की धनराशि को 05 हजार से बढा कर 10 हजार रूपये की गयी। पुलिस टीम फरार ईनामी को दबोचने के लिए मुखबिर को भी अलर्ट मोड़ पर रखते हुए उसकी तलाश में जुटी रही।

पुलिस टीम को तलाश के दौरान फरार मुख्यारोपी के सम्बंध में अहम जानकारी हाथ लगी कि थापा नाम से देहरादून में मोटर साइकिल का व्यापार करता था और राजपुर रोड पर वह अपने दोस्तों के साथ बार में स्नूकर भी खेलता था।

तब पुलिस टीम ने प्रेमनगर से राजपुर रोड जाकर सभी स्नूकर खेलने वाले स्थानों को खंगाला और वहां से अहम जानकारी हासिल हुई कि एक बार वर्ष 2019 में विनय थापा द्वारा विक्रय की गई मोटर साइकिल देहरादून के किसी थाना (शायद प्रेमनगर) पुलिस द्वारा सीज हो गई थी, जोकि विनय थापा के ही नाम पर रजिस्टर्ड थी।

एसएसपी ने बताया कि मिली अहम जानकारी के बाद पुलिस टीम ने थाना प्रेमनगर के रजिस्टरों को कई दिनों तक
खंगालने के बाद उक्त मोटर साइकिल का नम्बर खोज निकाला और संबंधित आरटीओ से जानकारी मांगी तो सामने
आया कि आईडी के तौर पर विनय थापा द्वारा अपना आधार कार्ड एवं पासपोर्ट दिया गया था। पुलिस टीम द्वारा
पासपोर्ट नंबर की दिल्ली ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन विभाग से प्रॉपर चैनल से जानकारी हासिल की गई तो चौकाने वाली
जानकारी का पता चला कि फरार ईनामी विनय थापा का दुबई, थाईलेंड, मलेशिया आदि देशों में फ्रिक्वेंटली यात्रा कर
चुका है।

उन्होंने बताया कि थाना श्यामपुर पुलिस की काम कर रही दूसरी टीम द्वारा फरार ईनामी के इंस्टाग्राम का पता लगाया
गया और थाना पुलिस द्वारा उसे भी लगातार फॉलो कर ईनामी के क्रियाकलापों पर नजर बनाए रखी, उसकी आदतों,
लाइफ स्टाइल को समझने का प्रयास किया। अलग-अलग टीमों द्वारा भेजी जा रही जानकारियों के आधार पर थाना
श्यामपुर पुलिस द्वारा विनय थापा का लुक आउट नोटिस जारी करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की। लुक आउट नोटिस
जारी किये जाने के लिए लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के माध्यम से सम्बन्धित विभाग को पत्राचार किया गया। जिस पर
29 अक्टूबर 2024 को फरार ईनामी विनय थापा का लुक जारी हुआ।

कप्तान ने बताया कि हरिद्वार पुलिस की कई महीनों की दिन रात की गई मेहनत का नतीजा सामने आया और पुलिस
और एलआईयू की संयुक्त टीम को 01 नवम्बर 2024 को फरार ईनामी विनय थापा के दिल्ली एयरपोर्ट से दुबई भागने
के दौरान ट्रेस आउट होने पर ब्यूरों ऑफ इमिग्रेशन विभाग द्वारा थाना श्यामपुर पुलिस को जानकारी मिली। सूचना
मिलते ही थाना श्यामपुर पुलिस और एलआईयू की संयुक्त टीम दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची और ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन विभाग
से समस्त कागजी कार्यवाही पूरी कर फरार ईनामी विनय थापा को गिरफ्तार कर लिया। जोकि अवैध नशे के कारोबार
से इतना पैसा कमा चुका था कि आसानी से देश-विदेश की यात्राएं कर रहा था।

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