समाजशास्त्र विभाग, एस.आर.टी. कैम्पस बादशाहीथौल, टिहरी, एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय (एक केंद्रीय विश्वविद्यालय) द्वारा “जंगल की आग की रोकथाम पर सार्वजनिक जागरूकता में सुधार के लिए रणनीतियाँ: युवाओं की आवाज़” विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने में छात्रों को सक्रिय रूप से शामिल करना था। छात्रों ने कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग लिया और जंगल की आग और पर्यावरण संरक्षण के लिए निवारक उपायों और रणनीतियों के संदर्भ में अपने आशाजनक और अभिनव विचार व्यक्त किए।

छात्रों ने कहा कि वे कॉलेज स्तर पर स्वयंसेवी समूह बनाकर समुदाय की सफाई और जलक्षेत्र की रक्षा में योगदान दे सकते हैं। तथा अपनी शिक्षा के माध्यम से, वे दूसरों को हमारे प्राकृतिक संसाधनों के महत्व और मूल्य को समझने में मदद कर सकते हैं।

सभी छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए शीर्ष उपाय के रूप में पेड़ लगाने का सुझाव दिया और ऊर्जा-कुशल उपकरणों का चयन करके और पानी की बर्बादी को कम करके, व्यक्ति महत्वपूर्ण संसाधनों के संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं।

अंत में विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गीताली पडियार द्वारा पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग में लोगों के योगदान के महत्व पर एक व्यावहारिक विचार साझा किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन डॉ. आराधना बंधानी सहायक प्रोफेसर द्वारा किया गया। पैनल चर्चा में प्रोफेसर गीताली पडियार, डॉ. आराधना बंधानी, डॉ. सुनील दत्त तथा एम.ए. समाजशास्त्र के छात्र-छात्रा सम्मिलित थे