आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव में जगदीप धनखड़ एनडीए के उम्मीदवार होंगे।

दिल्ली में हुई भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में जगदीप धनखड़ के नाम पर मुहर लगी। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में पीएम मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, भाजपा महासचिव बीएल संतोष और मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे।

बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार के तौर पर जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘भाजपा और NDA उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी किसान पुत्र जगदीप धनखड़ जी को घोषित करती है। जगदीप धनखड़ जी पश्चिम बंगाल के अभी गवर्नर हैं और लगभग तीन दशक तक सार्वजनिक जीवन में काम किया है।

जगदीप धनखड़ राजस्थान की जाट बिरादरी आते हैं। राजस्थान में जाटों को आरक्षण दिलाने में जगदीप धनखड़ का बड़ा हाथ रहा है। अपने बयानों और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ ’36 के आंकड़ों’ के लिए मशहूर जगदीप धनखड़ राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं।

साल 1989 जनता दल  से पहली बार सांसद चुने गए थे और चंद्रशेखर की सरकार में संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी निभा चुके हैं. इसके बाद वह विधायक भी चुने गए.जगदीप धनखड़ का राजनीतिक करियर करीब 30 सालों का है ।

18 मई 1951 को राजस्थान के झुनझुनू जिले के कैथाना गांव में जगदीप धनखड़ का जन्म हुआ था। जगदीप धनखड़ और उनके 2 भाइयों और बहन ने गांव के सरकारी स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा पाई थी। बाद में जगदीप धनखड़ ने सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा पास की।

राजस्थान के प्रतिष्ठित महाराज कॉलेज जयपुर से उन्होंने फिजिक्स में Bsc की डिग्री ली,  साल 1978  में उन्होंने जयपुर विश्वविद्यालय में एलएलबी कोर्स में एडमिशन लिया।

1990 में जगदीप धनखड़ को राजस्थान हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट का ओहदा दिया गया। जगदीप धनखड़ ने सुप्रीम कोर्ट से लेकर देश के कई हाईकोर्टों में वकालत की प्रैक्टिस की। साल 1988 तक देश में प्रतिष्ठित वकीलों में शुमार हो गए।

साल 1989 में वह सक्रिय राजनीति में आए और 9वीं लोकसभा के लिए झुनझुनू से सांसद चुने गए और 1990 में वह केंद्र में मंत्री बने।  राजस्थान की राजनीति में 1993 से लेकर 1998 तक वह विधायक रहे।

उन्होंने राजस्थान में जाट बिरादरी को आरक्षण दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई है। 20 जुलाई 2019 को उनको पश्चिम बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया गया ।