आज दिनांक 23.01.2024 को जल निगम जल संस्थान, संयुक्त मोर्चे का धरना कार्यालय अधिशासी अभियन्ता, अनुरक्षण खण्ड, उत्तराखण्ड जल संस्थान, पंतद्वीप-हरिद्वार में किया गया।

धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री धन सिंह नेगी, जनपद संयोजक द्वारा तथा संचालन श्री गोविन्द प्रसाद गैरोला द्वारा किया गया।

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शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित पेयजल एवं सीवरेज कार्यों का निर्माण कार्य उत्तराखण्ड पेयजल निगम से न कराकर UUSDA द्वारा कराया जा रहा है और उसका संचालन कार्य भविष्य में उत्तराखण्ड जल संस्थान द्वारा न कराकर UUSDA द्वारा स्वयं अपने हाथो मे लिया जा रहा है।

उक्त कार्यवाही उत्तरप्रदेश जलापूर्ति एवं सम्भरण अधिनियम 1975 का स्पष्ट उल्लघन है। शहरी विकास विभाग द्वारा निर्माण / संचालन विशेषज्ञ विभाग उत्तराखण्ड पेयजल निगम व उत्तराखण्ड जल संस्थान को खत्म करने की साजिस लगातार की जा रही है।

जिसके विरोध में दिनांक 05.01.2024 एवं 11.01.2024 को धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया गया था।

आज के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम मे इं० आर०के० जैन महाप्रबन्धक द्वारा कहा गया कि एक ओर एकीकरण / राजकीयकरण शासन स्तर से विलम्ब होने से उत्तराखण्ड पेयजल विभाग के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों मे निराशा है वहीं शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित संस्था UUSDA के द्वारा मूल अभियांत्रिकी विभागों के कार्यक्षेत्र मे अतिक्रमण किये जाने से सभी कार्मिका अत्याधिक आक्रोश में है।

अवगत कराया कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित UUSDA से कराये जा रहे कार्यों के निरीक्षण / पर्यवेक्षण हेतु सक्षम व आवश्यक तकनीकी अनुभवयुक्त अभियन्ता तैनात नही है अपितु अन्य विभाग से प्रतिनियुक्ति पर लाये गये अभियन्ता उक्त संस्था में कार्य कर रहे है उक्त संस्था के अन्तर्गत कार्यरत अधिकाशं अभियन्ता उनके द्वारा धारित पद के अनुरूप आवश्यक न्यूनतम तकनीकी अर्हता एवं सीवरेज / पेयजल का अनुभव नही रखते है परिणामत् उक्त संस्था द्वारा कराये जा रहे कार्यों की गुणवत्ता स्तरीय नही पायी गयी जिस कारण निर्माण कार्यों में लापरवाही व तकनीकी अज्ञानता के कारण जहाँ शासकीय धन की बर्बादी हो रही है ।

वही अनियोजित एवं त्रुटिपूर्ण निर्माण कार्यों के कारण आम जनता को हो रही असुविधा के कारण सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।

इं० यशवीर मल्ल, अधीक्षण अभियन्ता द्वारा बताया गया कि रूडकी क्षेत्र में ए०डी०बी० द्वारा 10 पैकेज पर कार्य प्रारम्भ करते हुए अपूर्ण छोड़ दिये गये हैं।

ए०डी०बी० के पास अनुभवी अभियन्ता भी नहीं है जिससे कार्यों में विलम्ब हो रहा है एवं गुणवत्ता नहीं आ रही है। जिसका अन्य वक्ताओं द्वारा एक मत से शासन / प्रशासन की कुचक्र का विरोध किया गया तथा एक मत में सदन द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया कि जब तक शासन द्वारा एकीकरण / राजकीयकरण एवं लम्बित मांगे पूरी नहीं की जाती है तब तक धरना प्रर्दशन जारी रहेगा।

शासन द्वारा मोर्चे की मांगों का समाधान नही किया गया है अतः विवश होकर मोर्चा द्वारा एकमत से निम्न कार्यक्रम का निर्णय लिया गया :-

1. दिनांक 24.01.2024 को कार्यालय अधिशासी अभियन्ता, निर्माण शाखा, उत्तराखण्ड पेयजल निगम हरिद्वार में जल निगम एवं जल संस्थान के कार्मिकों / पेंशनरों द्वारा प्रातः 10:00 से 12:00 बजे तक धरना दिया जायेगा

2. दिनांक 25.01.2024 को जल निगम एवं जल संस्थान के सभी कार्मिको / पेन्शनरों द्वारा रैली का आयोजन किया जायेगा जोकि कार्यालय अधिशासी अभियन्ता, निर्माण शाखा, उत्तराखण्ड पेयजल निगम हरिद्वार से प्रारम्भ होकर जिलाधिकारी महोदय, हरिद्वार के कार्यालय तक जाएगी तथा ज्ञापन जिलाधिकारी महोदय, हरिद्वार के माध्यम से प्रेषित किया जायेगा।

3. दिनांक 27.01.2024 तक मांगों का समाधान न होने पर पूर्णकालीन धरना दिया जायेगा और निर्माण कार्यों का पूर्ण बहिष्कार किया जायेगा। पेयजल व्यवस्था बाधित न हो तथा आम जनता को असुविधा न हो इसके दृष्टिगत संचालन कार्यों को प्रभावित नही किया जायेगा। 4. यदि दिनांक 31.01.2024 तक भी शासन / सरकार द्वारा मांगों का समाधान नहीं किया जाता है. तो इन परिस्थितियों में दिनांक 01.02.2024 को मोर्चे की बैठक की जायेगी जिसमे पूर्ण कार्यबहिष्कार किये जाने का निर्णय लिया जा सकता है।

बैठक में जल निगम, जल संस्थान संयुक्त मोर्चा के निम्न अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया :-

इं० मदन सैन अधिशासी अभियन्ता, सुदामा प्रसाद, धन सिंह नेगी, शलभ मित्तल, अनुराग शर्मा, मदन सिंह, अनूप भण्डारी, शीतल सिंह राठौर, अमित, बैजन्ती, रशिम, एकता, राजेश नेगी, रघुवीर रावत, शिवांक, मोहित जैन, सी०एस० कन्डवाल, नीरज, रामपाल, सुरेन्द्र, कमल, सतीश, मनीष, नीरज, तरूण, मयंक, विनोद, संजय, प्रवीण, गगन, पवन, सिद्वार्थ, मेघराज, मुकेश इत्यादि ।