एनटीन्यूज़: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जोशीमठ का नाम बदल कर “ज्योतिर्मठ” करने की घोषणा की है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज द्वारा लंबे समय से जोशीमठ का नाम बदलकर “ज्योतिर्मठ” किए जाने की मांग सरकारों से की जा रही थी। जिसको मानते हुए मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को जोशीमठ का नाम बदलकर “ज्योतिर्मठ” किए जाने की घोषणा कर दी है।

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने मुख्यमंत्री धामी का धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बहुत दिनों से पूज्यपाद शंकराचार्य जी ने जो मांग पूर्ववर्ती सरकारों, नेताओं, मुख्यमंत्रियों के सामने रखी थी उसको स्वीकार करते हुए क्षेत्रीय विधायक महेंद्र भट्ट के अनुरोध पर जोशीमठ का पौराणिक नाम “ज्योतिर्मठ” घोषित किया गया है ।

जोशीमठ अब “ज्योतिर्मठ” के नाम से जाना जाएगा अपने शुद्ध नाम से जाना जाएगा अपभ्रंश नाम से नहीं। हम सब को यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि लंबे समय से ज्योतिष पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज यह बात कहते रहे हैं कि जोशीमठ अपभ्रंश नाम है शुद्ध नाम “ज्योतिर्मठ” है। “ज्योतिर्मठ” कर दीजिए लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इसको नहीं सुना था।

पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों से भी क्योंकि लगभग हर मुख्यमंत्रियों के काल में उनसे मिलकर, पत्र व्यवहार करते हुए हम लोग ये मांग करते रहे। अब धामी ने इस मांग के महत्व को समझा है और नंदप्रयाग की सभा में सबके सामने घोषणा कर दी है जोशीमठ अब अपने पौराणिक नाम “ज्योतिर्मठ” के नाम से जाना जाएगा।

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