हरिद्वार: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जनकल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए गायत्री परिवार प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या को विवेकानंद अंतर्राष्ट्रीय संबंध (वीआईआर) शांति पुरस्कार दिया गया।
इस सम्मान समारोह में स्मृतिचिह्न व सम्मान पत्र गायत्री परिवार प्रतिनिधि ने प्राप्त किया। यह समारोह मुंबई में आयोजित हुआ।
अध्यात्म के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नोबेल पुरस्कार के समकक्ष टेम्पल्टन पुरस्कार की चयन समिति के पूर्व सदस्य डॉ चिन्मय पण्ड्या ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरुदेव पं. श्रीराम शर्मा आचार्य के आशीर्वाद से ही सेवाकार्य संभव हो सका है।
यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान उन्हीं विभूति को समर्पित है, जिन्होंने विश्व भर में भारतीय संस्कृति के नवोन्मेष, सांस्कृतिक उत्थान एवं युवाओं के जागरण हेतु अखिल विश्व गायत्री परिवार की न केवल स्थापना की, वरन आज भी अपना संरक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान कर रहे है।
यही कारण है कि आज पूरी दुनिया गायत्री परिवार के ओर आशाभरी दृष्टि से देख रही है। अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं शांतिकुंज अधिष्ठात्री शैलबाला पण्ड्या ने भी इस विशिष्ट उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की एवं अपनी शुभकामनाएं दीं।
आयोजक संस्था तर्पण फाउण्डेशन अंतर्राष्ट्रीय स्तर ख्यातिलब्ध संस्थान है। यह फाउण्डेशन युवा सशक्तिकरण एवं उत्थान के लिए कार्यरत है।
फाउण्डेशन द्वारा अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रतिनिधि डॉ चिन्मय पंड्या सहित प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को भी वीआईआर शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अध्यात्म, शिक्षा, पर्यावरण, उद्योग, शांति, तकनीकि आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।