आज दिनांक 15 फरवरी 2025 को राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा के पीजी एसोसिएशन के तत्वाधान में चल रहे 15 दिवसीय (30 घंटे) वैल्यू एडेड सर्टिफिकेट कोर्स – योग और ध्यान कार्यशाला के अन्तर्गत मेडिटेशन ट्रेनर डाॅ. अनीता तंबोली ने छात्राओं को ध्यान का महत्व बताते हुए तनाव प्रबंधन की तकनीक बताई।

उन्होंने बताया कि तनाव मुक्त होने और मन को शांत करने के लिए ग्राउंडिंग तकनीक सबसे शक्तिशाली साधन है। हम पंच तत्व की ऊर्जा से बने है और प्रकृति से जुड़ते है तो हम ऊर्जावान हो जाते है, शांति महसूस करते है। प्रकृति की खूबसूरती को देखने उनके साथ थोड़ा समय बिताने से मन प्रसन्न हो जाता है, तनाव दूर होता है और हम पूरे उत्साह से अपने सभी कार्य संपादित कर पाते है ।

उन्होंने छात्राओं से कहा कि जब भी तनाव हो या पढ़ाई में मन न लग रहा हो, तो कुछ देर पढ़ाई से ब्रेक लेकर आप अपने आस पास के गार्डन में जाए या समय न हो तो घर में ही जमीन पर नंगे पैर चले, कोई पौधा, छोटे गमले में रखे, टब में पानी में पैर डालकर थोड़ी देर बैठे इससे तुरंत तनाव दूर होगा, थकान दूर होगी और आप ऊर्जा महसूस करेंगे, पढ़ाई में मन लगेगा । उन्होंने ध्यान के माध्यम से प्रकृति से जुड़ने का अभ्यास भी कराया।

इस कार्यशाला में छात्राएं उत्साह से भाग ले रही है, अपने जीवन में बदलाव महसूस कर रही है और प्रतिदिन योग और ध्यान का अभ्यास भी कर रही हैं।

कार्यक्रम में पीजी एसोसिएशन के सदस्य डॉ मीरा गुप्ता, डॉ कविता मीणा तथा अन्य संकाय सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला समन्वयक डाॅ. अनीता तम्बोली ने किया।

अंत में पीजी एसोसिएशन की सदस्य डाॅ. मीरा गुप्ता ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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