संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई एक मां और उसकी तीन बेटियों को पुलिस ने राजस्थान के कोटा से सकुशल बरामद कर लिया है। पुलिस मां और बेटियों को लेकर ऋषिकेश पहुंची तो पिता बेटियों से मिलने कोतवाली पहुंचे।
परिवार से मिलते ही पिता अचानक तबीयत बिगड़ने की वजह से बेहोश होकर गिर पड़े। पुलिस ने उन्हें सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस मामले की विवेचक रही उपनिरीक्षक हेमलता ने बताया कि विस्थापित क्षेत्र निवासी राम लडेते ने अपनी पत्नी और तीन पुत्रियों की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। राम लडेते मूल रूप से नवदिया गांव बरेली का रहने वाला है। वह अपने घर बरेली गया था। वहां से बीते 6 मई को उसने अपनी पत्नी को फोन किया कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है। पत्नी ने कहा वह अपने बच्चों सहित वहां पहुंच रही है। जिस पर उसने पत्नी को वहां आने के लिए मना किया था। इस बीच वह ऋषिकेश के लिए चल पड़ा। इस बीच उसकी पत्नी भी बरेली के लिए चल पड़ी। पुलिस की जांच पड़ताल में पता चला कि राम लड़ेते की पत्नी मानसिक रूप से बीमार है। वह घर से बरेली जाने के लिए निकली, लेकिन गलती से वह राजस्थान की ट्रेन में बैठ गई। इससे राम लड़ेते की पत्नी और उसकी तीन बेटियां राजस्थान के कोटा पहुंच गई।
वहां से उसकी एक बेटी ने अपने पिता के मोबाइल पर किसी अन्य व्यक्ति के फोन से फोन किया। जिसके आधार पर कोतवाली पुलिस की टीम ने महिला और उसके बच्चों की लोकेशन पता की, और राजस्थान पुलिस की मदद से किसी तरह पुलिस ने कोटा पहुंचकर राम लड़ेते की पत्नी और बेटियों को बरामद किया।
इन सभी को लेकर पुलिस की टीम ऋषिकेश पहुंची। इस दौरान राम लड़ेते अपनी बेटियों और पत्नी से मिलने के लिए कोतवाली पहुंचे। इस दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें चिकित्सालय में मृत घोषित कर दिया गया।