October 21, 2025

Naval Times News

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देश की एकता व अखंडता के शिल्पकार थे सरदार वल्लभ भाई पटेल: प्रोo उभान 

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नरेन्द्र नगर: धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेन्द्रनगर में राष्ट्रीय सेवा योजना और क्रीड़ा विभाग के संयुक्त तत्वावधान मे रन फॉर यूनिटी और स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत एनo एसo एसo कार्यक्रम अधिकारी व क्रीड़ा प्रभारी डॉo संजय कुमार के नेतृत्व में छात्र /छात्राओं के साथ महाविद्यालय के प्राचार्य और स्टाफ ने लगाई दौड़।

देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर आयोजित रन फॉर यूनिटी का शुभारंभ करते हुये महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोo राजेश कुमार उभान ने उपस्थित सभी छात्र/छात्राओं के साथ समस्त स्टाफ को एकता दिवस की शपथ दिलाई और साथ ही कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल देश की एकता व अखंडता के शिल्पकार थे और उनकी याद में आयोजित रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम से युवाओं को उनकी देश भक्ति एवं समर्पण की भावना से देश हित मे कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।

इस मौके पर प्रोo आशुतोष शरण ने अपने सम्बोधन मे बताया कि आज़ादी के समय देश मे 562 रियासतें हुआ करती थी, जिन्हे लौह पुरुष सरदार पटेल ने भारत संघ में शामिल किया था।

इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी व क्रीड़ा प्रभारी डॉo संजय कुमार कहा कि देश को एक धागे मे पिरोने वाले सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर देशभर के शिक्षण संस्थानों मे एकता दिवस के अवसर पर रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है जिससे युवाओं मे देश भक्ति को जागृत कर युवा भारत के सपने को साकार किया जा सकें।

रन फॉर यूनिटी कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित बालक/बालिका वर्ग की 200 मीo दौड़ प्रतियोगिता मे आर्यन ने पहला सुमन सिंह नेगी ने दूसरा व मनीष दिलवाल ने तीसरा स्थान प्राप्त करने मे कामयाबी हासिल की।

वही बालिका वर्ग मे सोनाली पुंडीर ने प्रथम रचना कैंतुरा ने द्वितीय व विनीता नेगी ने तृतीय स्थान हासिल किया I इस मौके पर खादी महोत्सव के अन्तर्गत खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन एक गोष्ठी का आयोजन भी किया गया।

जिसमे वक्ताओं ने “वोकल फॉर लोकल” की पहल पर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण मे सूक्ष्म, लघु और माध्यम उधमों के अन्तर्गत खादी एवं ग्रामोधोग का ग्रामीण भारत के निर्माण मे भूमिका पर प्रकाश डाला।

जिसका मुख्य उद्देश्य खादी और ग्रामोद्योग, हथकरघा, हस्तशिल्प (एक जिला एक उत्पाद) के साथ स्थानीय स्तर पर उत्पादित विभिन्न पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देना है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों मे रोजगार के अधिक साधन सृजित करते हुये युवाओं को स्वरोजगार के साथ जोड़ा जा सकें।

निर्णायक मण्डल के रूप मे डॉ.सुधा रानी, डॉ.सृचना सचदेवा, डॉ. बी.पी. पोखरियाल, डॉ. आराधना सक्सेना, डॉo सोनी तिलारा, अजय शामिल रहे I कार्यक्रम मे समस्त स्टाफ तथा छात्र/छात्रायेँ उपस्थित रहें ।

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