धनौरी पी.जी. कॉलेज के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ एवं भूगोल विभाग का मालदेवता (देहरादून) शैक्षणिक भ्रमण
धनौरी (हरिद्वार), 18 नवम्बर 2025
धनौरी पी.जी. कॉलेज, धनौरी के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ एवं भूगोल विभाग द्वारा संयुक्त रूप से एक अध्ययन-भ्रमण का आयोजन किया गया। आज सुबह 9:00 बजे छात्र-छात्राओं का दल कॉलेज परिसर से देहरादून के मालदेवता क्षेत्र के लिए रवाना हुआ।
हाल ही में मालदेवता में आई भयंकर बाढ़ तथा उससे हुई पर्यावरणीय क्षति का प्रत्यक्ष अध्ययन इस टूर का मुख्य उद्देश्य रहा। इस भ्रमण में आपदा प्रबंधन एवं भूगोल विषय का अध्ययन कर रहे दर्जनों विद्यार्थियों ने भाग लिया।
विद्यार्थियों को फील्ड सर्वे, प्राथमिक डेटा संग्रह, पर्यावरणीय प्रभाव अध्ययन तथा जोखिम मूल्यांकन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
प्राचार्य प्रो. (डॉ.) विजय कुमार ने टीम को रवाना करते हुए कहा कि “आपदा प्रबंधन केवल सिद्धांत का विषय नहीं है, बल्कि वास्तविक परिस्थितियों का अवलोकन ही छात्रों को इसकी गहराई से समझ प्रदान करता है। मालदेवता का यह फील्ड भ्रमण छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।”
आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ की संयोजक एवं भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. शांति सिंह ने बताया कि इस भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में ले जाकर स्थलाकृति, नदी कटान, मलबा प्रवाह, भूस्खलन तथा क्षति मूल्यांकन जैसे विषयों का वास्तविक अनुभव कराना है।
सदस्य डॉ. आकाश सकलानी (सहायक आचार्य, वनस्पति विज्ञान विभाग) ने बताया कि फील्ड अध्ययन से विद्यार्थियों में शोध कौशल विकसित होता है। इस भ्रमण के माध्यम से छात्र जोखिम विश्लेषण, हज़ार्ड मैपिंग, स्थल निरीक्षण तथा वैज्ञानिक सर्वेक्षण की विधियों को सीखेंगे।
भूगोल विभाग के सदस्य विजय कुमार ने बताया कि मालदेवता की बाढ़ वर्ष 2025 की प्रमुख प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी, जिसे समझना भविष्य के आपदा प्रबंधन विशेषज्ञों के लिए आवश्यक है।
ड्राइंग एवं पेंटिंग विभाग से सुश्री मोनिका रानी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का प्रत्यक्ष अवलोकन विद्यार्थियों की रचनात्मक दृष्टि को विकसित करता है और उन्हें तथ्यों को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने में सक्षम बनाता है।
भ्रमण के प्रमुख उद्देश्य
वर्ष 2025 की मालदेवता बाढ़ का प्रत्यक्ष अध्ययन
नदी कटान, तलछट बहाव, मलबा प्रवाह और भूस्खलन का निरीक्षण
मानवीय एवं पर्यावरणीय क्षति का मूल्यांकन
प्रश्नावली आधारित प्राथमिक सर्वेक्षण का अभ्यास
फील्ड डेटा संग्रह और जोखिम मानचित्रण
विद्यार्थियों में अवलोकन, विश्लेषण और रिपोर्ट लेखन कौशल का विकास
सैद्धांतिक ज्ञान की वास्तविक परिस्थितियों से तुलना
समापन
इस शैक्षणिक भ्रमण से विद्यार्थियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का व्यावहारिक एवं वैज्ञानिक अनुभव प्राप्त हुआ, जिससे उनकी फील्ड नॉलेज तथा आपदा प्रबंधन संबंधी समझ में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई। यह कार्यक्रम प्राचार्य डॉ. विजय कुमार के निर्देशन, डॉ. शांति सिंह के समन्वय तथा सभी संकाय सदस्यों के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।


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