नरेन्द्रनगर : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में यहाँ स्थित धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के अंतर्गत कार्यक्रम अधिकारी डॉ॰ संजय कुमार के नेतृत्व मे योग कार्यक्रम आयोजित कर उपस्थित छात्र-छात्राओं के साथ समस्त स्टाफ ने योग कर दिया खुद को स्वस्थ रखने का संदेश।
जैसा कि हम सभी को विदित है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत भारत से 21 जून 2015 मे हुई थी।
कार्यक्रम का शुभारंभ योग प्रतिज्ञा से करते हुये महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो॰ राजेश कुमार उभान ने कहा कि योग स्वस्थ जीवन का आधार हैं । साथ ही बताया कि भागदौड़ भरी ज़िंदगी मे खुद को स्वस्थ रखने का योग सबसे आसान तरीका हैं।
यही वजह है कि आज भारतीय संस्कृति से जुड़ी ये क्रिया अब विश्व मे प्रचलित हो चुकी हैं ।
इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ॰ संजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष भारत सरकार ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम “स्वंय और समाज के लिए योग” रखी गई हैं जोकि पूरे विश्व को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करने मे मील का पत्थर साबित होगी ।
योग के महत्त्व के विषय मे बोलते हुये कहा कि योग एक संतुलनकारी क्रिया है जो मन और शरीर मे सांमजस्य स्थापित करती हैं। साथ ही शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और आत्मिक पहलुओं को एकीकृत कर स्वास्थ्य और जन कल्याण के लिए एक समग्र मार्ग प्रदान करता हैं जो आज तेज-रफ्तार दौड़ते जीवन में शांति का प्रमुख स्रोत हैं।
इस मौके पर अर्थशास्त्र विभाग प्रभारी डॉ सुधा रानी ने कहा कि योग एक समग्र दृष्टिकोण है जो स्वंय के साथ विश्व को प्रकृति के साथ जोड़ता हैं ।
इस दौरान मुख्य रूप से डॉ सृचना सचदेवा, डॉ बीपी पोखरियाल, डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ विजय प्रकाश, डॉ सोनी तिलरा, डॉ ज्योति शैली, राकेश जोगी, सुरबीर दास, लक्ष्मी कैठेत, अजय, नितिन शर्मा, विशाल त्यागी, रचना, रंजना, भूपेंद्र, शीशपाल, मनीष तथा स्वंयसेवियों मे सुनीता थापा, स्वेता, अदित्या, आशीष, यश, अमित, आयुष, सुमित, अमन, आदि सभी स्वंयसेवी उपस्थित रहें। जबकि छात्र कृष्णा राणा योगा प्रशिक्षक की भूमिका मे रहें।