पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर में आज दिनांक 10 सितंबर को श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के ऋषिकेश परिसर में छात्र उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ परिसर के निदेशक प्रोफेसर महावीर सिंह रावत, उद्यमिता और इनक्यूबेशन उत्कृष्टता केंद्र की निदेशक प्रोफेसर अनीता तोमर, विज्ञान संकाय अध्यक्ष विज्ञान -प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा , वाणिज्य संकाय अध्यक्ष- प्रोफेसर कंचन लता सिन्हा द्वारा, उद्यमिता संस्थान देहरादून उत्तराखंड से श्री अभिषेक रंजन एवं सुश्री रातुला दास किया गया ।
सर्वप्रथम प्रोफेसर अनीता तोमर ने उद्यमिता योजना के बारे में विवरण प्रस्तुत किया। प्रो. अनीता तोमर ने कहा, “आज हम सब यहाँ एक महत्वपूर्ण अवसर पर एकत्रित हुए हैं, जो हमारे देश के भविष्य के निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है – देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम ।
यह योजना, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के सहयोग से चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य युवाओं को न केवल रोजगार खोजने के लिए प्रोत्साहित करना है, बल्कि उन्हें रोजगार के अवसरों का सृजनकर्ता बनाने के लिए भी प्रेरित करना है।
आज का युग तेजी से बदल रहा है, और यह आवश्यक है कि हम अपनी शिक्षा और सोच को इस परिवर्तन के साथ तालमेल में लाएं। पारंपरिक नौकरी की खोज से आगे बढ़कर, हमें स्वयं रोजगार और व्यवसाय की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। देवभूमि उद्यमिता योजना इसी विचार को साकार करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है।उद्यमिता का महत्व केवल आर्थिक समृद्धि तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा मार्ग है, जो समाज के विकास, नवाचार, और रोजगार सृजन को गति देता है। एक उद्यमी केवल अपने लिए ही नहीं, बल्कि समाज के अन्य लोगों के लिए भी अवसरों का निर्माण करता है।
उन्होंने कहा, कि इस अवसर का भरपूर लाभ उठाएँ। नई सोच, नई दिशा और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ें। यही हमारा भविष्य है, यही हमारी ताकत है।
प्रोफेसर महावीर सिंह रावत ने कहा , हमारे प्रदेश और देश में ऐसे कई उदाहरण हैं, जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और नवाचार के बल पर सफलता प्राप्त की है। ये लोग न केवल अपने जीवन को बदलने में सफल रहे, बल्कि उन्होंने कई अन्य लोगों के जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन लाया। हमारे युवाओं में असीमित क्षमता है, और यदि उन्हें सही दिशा और संसाधन मिले, तो वे निस्संदेह महान उद्यमी बन सकते हैं।
प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने कहा, देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत, उच्च शिक्षा विभाग का यह प्रयास है कि अधिक से अधिक छात्रों को इस दिशा में जागरूक किया जाए और उन्हें अपने स्वयं के व्यवसाय को शुरू करने और उसे सफलतापूर्वक चलाने के लिए आवश्यक ज्ञान और संसाधनों से लैस किया जाए। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम आपको व्यवसायिक कौशल, बाजार की मांग को समझने, वित्तीय प्रबंधन, और उत्पाद नवाचार जैसी आवश्यक जानकारियों से परिचित कराएंगे।
प्रोफेसर कंचन लता सिन्हा, यह समय केवल सपने देखने का नहीं है, बल्कि उन्हें साकार करने का है। इस योजना के तहत, आपको मार्गदर्शन, तकनीकी सहायता, और वित्तीय सहयोग का अवसर मिलेगा, ताकि आप अपने विचारों को हकीकत में बदल सकें।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि देवभूमि उद्यमिता संस्थान देहरादून उत्तराखंड से श्री अभिषेक रंजन एवं सुश्री रातुला दास ने उद्यमिता की महत्वता एवं वर्तमान परिप्रेक्ष्य में रोजगार संवर्धन द्वारा छात्रों को जागरूक किया । उन्होंने कहा, हम विशेष रूप से नवाचार और रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
इसके साथ ही, छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग, ई-कॉमर्स, और स्थायी व्यावसायिक प्रथाओं जैसे आधुनिक उद्यमिता कौशलों में भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। दो दिवसीय स्टार्टअप बूट कैंप के दौरान, छात्रों को व्यावसायिक योजना निर्माण, वित्तीय प्रबंधन, मार्केटिंग रणनीतियों, और नेतृत्व कौशल जैसे महत्वपूर्ण उद्यमिता कौशल सिखाए जाएंगे। इन कौशलों से छात्र न केवल अपना व्यवसाय शुरू करने में सक्षम होंगे, बल्कि उसे सफलतापूर्वक प्रबंधित और विकसित भी कर सकेंगे।
इस जागरूकता कार्यक्रम में परिसर के 150 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया जिसमें परिसर के विद्यार्थियों को आगामी 18 एवं 19 सितंबर को होने वाले बूट कैंप में रजिस्ट्रेशन हेतु जानकारी एवं स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया गया ।
इस अवसर पर प्रोफेसर अरुणा पी सूत्रधार ,प्रोफेसर नीता जोशी, डॉक्टर केदार बिष्ट उपस्थिति रहे।
कार्यक्रम का संचालन फैकल्टी मैटर प्रोफेसर अंजनी प्रसाद दुबे ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन फैकल्टी मैटर