नवल टाइम्स न्यूज़, 13 दिसंबर 2023 : आज पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश के एमएलटी विभाग में उत्तराखंड जैव प्रौद्योगिकी परिषद के तत्वधान में चल रहे साप्ताहिक कार्यशाला के तीसरे दिन के प्रथम सत्र में मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी ऋषिकेश की बायोटेक डिपार्मेंट की एडिशनल प्रोफेसर डॉ माधुरी कौशिक लिली ने प्रोबायोटिक्स (वे जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं जिनका सेवन करने पर मानव शरीर में जरूरी तत्व सुनिश्चित हो जाते हैं यह शरीर में अच्छे जीवाणुओं की संख्या में वृद्धि कर पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं) पर व्याख्यान दिया।
जिसमें उन्होंने हमारे शरीर के आंतों में रहने वाले जीवाणु की कार्य प्रणाली तथा उनके सहजीवी लक्षणों के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक को किस तरह से प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक के उपयोग से ठीक रखा जाए, के बारे में प्रतिभागियों को बताया ।
इसके बाद विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा ने डॉ माधुरी कौशिक लिली को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में प्रतिभागियों ने जीवाणु को ग्राम अभिरंजन विधि द्वारा इसकी संरचना को देखा तथा जीवाणु पहचान के लिए जैव रासायनिक परीक्षण का प्रशिक्षण भी लिया।
एमएलटी विभाग की प्रवक्ता डॉ सफिया हसन ने प्रतिभागियों को सीरम विज्ञान तथा एंटीजन तथा एंटीबॉडी की प्रतिक्रिया के द्वारा बीमारियों को पता लगाने का प्रशिक्षण दिया l उन्होंने रक्त के घटक के बारे में बताया।
इस कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालय से 40 प्रतिभागियों का चयन हुआ है।
साप्ताहिक कार्यशाला के अन्य तीन दिन प्रतिभागी सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग ,एम्स ऋषिकेश में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
कार्यशाला के अंतिम सत्र में चमत्कार के पीछे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अंतर्गत गवर्नमेंट इंटर कॉलेज तपोवन के शिक्षक श्री रामश्रे सिंह ने प्रतिभागियों को चमत्कार के पीछे के वैज्ञानिक आधारों के बारे में बताया, जिससे वह अंधविश्वास तथा रूढ़िवादी सोच में बदलाव ला सके।