पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय में टेबलेट वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीपी ध्यानी, परिसर के प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा किया गया।
कुलपति डॉ ध्यानी ने कहा कि टेबलेट वितरण कार्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय परिसर के प्राचार्य एवं टेबलेट वितरण समिति बधाई के पात्र हैं उन्होंने ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी यह प्रक्रिया गतिमान रखी है जिससे छात्र छात्राओं को लाभ म लेगा, उत्तराखंड प्रदेश के राजकीय महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत निर्धन वर्ग के छात्र छात्राओं को इस टेबलेट योजना से लाभ मिलेगा
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन के इस दौर में कई ऐसे छात्र थे जो पढ़ना तो चाहते थे लेकिन उनके पास स्मार्टफोन या अन्य उपकरण नहीं थे, जिससे पढ़ाई का उनको नुकसान उठाना पड़ा इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने टैबलेट बाँटने की पहल शुरू की, जो कि काबिले तारीफ हैं। उन्होंने छात्रों से अपील करी कि टेबलेट को केवल पढ़ाई का साधन माने, मनोरंजन का साधन न माने, तभी यह योजना सार्थक सिद्ध होगी।
विश्वविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर गुलशन कुमार ढींगरा ने कहा कि इस योजना से टेबलेट पाकर छात्र अत्यधिक लाभान्वित होंगे, प्रथम चरण में 150 छात्र छात्राओं ने स्वयं टेबलेट क्रय कर विश्वविद्यालय में प्रस्तुत किया है, जिनके अनुक्रम में डीबीटी माध्यम से लाभार्थी को धनराशि जाएगी।
कला संकाय के डीन प्रोफेसर डी.सी गोस्वामी व वाणिज्य संकाय के डीन प्रोफेसर राजमणि पटेल ने कहा कि वित्तीय प्रभार हस्तांतरण के कारण विश्वविद्यालय परिसर में इस योजना में देरी हुई है परंतु वर्तमान में यह प्रक्रिया गतिमान है।
प्राचार्य प्रो ढींगरा ने विश्वविद्यालय परिसर में अध्यनरत छात्र-छात्राओं हेतु कहा कि पी टी ए व विश्वविद्यालय की बैठक एवं मा कुलपति महोदय के अनुमोदन के उपरांत यह निर्णय लिया गया है कि पहले छात्र टेबलेट क्रय करेंगे उसके पश्चात समिति के सम्मुख टेबलेट बिल प्रस्तुत करेंगे, इसके बाद DBT से लाभार्थियों को धनराशि हस्तांतरित की जाएगा। यह निर्णय समीपवर्ती महाविद्यालयो के अनुभव व GST कॉउंसिल की कार्यवाही के कारण लिया गया है।
इस मौके पर डॉ इंदु तिवारी द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया तथा इस मौके पर पीटीए के अध्यक्ष श्री सुभाष त्यागी सचिव श्रीमती अनुपमा शर्मा, प्रो योगेश कुमार शर्मा, डॉ वी के श्रीवास्तव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी शकुंतला शर्मा व अन्य कार्मिक मौजूद थे।