पं0 ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर योग सत्र का प्रारम्भ परिसर के प्राचार्य प्रो0 गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर के योग विभाग के समन्वयक डा0 वी0 के0 गुप्ता, मंचासीन वाणिज्य संकाय के डा0 वी0 एन0 गुप्ता, क्रीड़ा विभाग के डा0 पुष्कर गौंड एवं आनलाइन जुड़ने वाले सदस्यों में कला संकायाध्यक्ष प्रो0 डी0 सी0 गोस्वामी, प्रो0 अनिता तोमर, प्रो0 राकेश कुमार, प्रो0 कचन लता सिन्हा, प्रो0 योगेश कुमार शर्मा, डा0 सीमा बेनिवाल एवं अन्य साथीगणों ने योग दिवस में बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का प्रारम्भ कुलपति महोदय डा0 पी0 पी0 ध्यानी जी एवं कुलसचिव श्री खेमराज भट्ट की शुभकामनाओं के साथ प्रारम्भ किया गया।
इस सत्र में योग विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 जयप्रकाश कंसवाल व प्राध्यापिका श्रीमती चन्द्रेश्वरी नेगी, श्रीमती वीना रयाल एवं सुश्री हिमानी नौटियाल के निर्देशन में योग सत्र का प्रारम्भ किया गया तथा योग प्रशिक्षक श्री कामेश भट्ट एवं प्रीति कुमारी के निर्देशन में योग आसन क्रिया की गई।
कला संकायाध्यक्ष प्रो0 डी0 सी0 गोस्वामी जी ने अपने उद्बोधन में योग को मानवीय हितो के संदर्भ में जोड़ते हुए निरन्तर योगाभ्यास को आवश्यक बताया।
कार्यक्रम का संचालन डा0 जयप्रकाश कसवाल जी द्वारा किया गया, पवनमुक्तासन समूह के साथ शुभारम्भ सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, पर्वतासन, नौकासन, उत्तानपादासन, माजरी आसन, मेरूदण्ड वक्रासन, अनलोम विलोम प्राणायाम के साथ परिसर के योग विभाग में लगभग 45 मिनट का कार्यक्रम मनाया गया।
कार्यक्रम के अगले चरण में योग समन्वयक डा0 वी0 के0 गुप्ता के द्वारा योग विभाग की उपलब्धियों की जानकारी योग विभाग के छात्र/छात्राओं द्वारा साझा की गयी।
क्रीड़ा विभागाध्यक्ष डा0 पुष्कर गौंड द्वारा योग की तकनीकी के संदर्भ में विस्तृत जानकारी साझा की गयी।
कार्यक्रम के समापन में परिसर के प्राचार्य प्रो0 गुलशन कुमारी ढींगरा द्वारा छात्र/छात्राओं को अवगत कराया गया कि योग केवल अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को ही नहीं मनाया जाना चाहिए अपितु नियमित रूप से योगाभ्यास मनोशारीरिक विकास के साथ सामाजिक विकास हेतु नियमित किया जाना चाहिए जिससे हमारी नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वहन समाज एवं राष्ट्र के साथ समुचित रूप से हो सके।
प्राचार्य द्वारा घोषणा की गयी कि कुलपति महोदय के अनुमोदन के उपरान्त यथाशीघ्र परिसर केवल योग उपाधिधारकों के लिए ही नहीं अपितु शहर के अन्य लोगों के लिए भी अपनी भूमिका का निश्चत रूप में निर्वहन करेगा। जिसमें बाहरी व्यक्ति न्यूनतम शुल्क से योग्य योग प्रशिक्षकों से लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सुरेन्द्र नौड़ियाल, देवेन्द्र भट्ट, नवीन कुमार, श्रवण कुमार एवं परिसर के अन्य कार्यरत कर्मचारी व NSS, योग विभाग के छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।