आज दिनांक 22 अक्टूबर 2022 को पंडित ललित मोहन शर्मा श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश में भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के तत्वावधान में एक शोधवीर सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

आपको बता दें कि भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा के युवा आयाम द्वारा 3 माह पूर्व राष्ट्रीय स्तर पर “सुभाष स्वराज सरकार” कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया था, जिसमें उत्कृष्ट शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता का शुभारंभ किया था ।

इस प्रतियोगिता में पूरे देश से 2,000 से अधिक शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रेषित किए एवं उत्तराखंड प्रान्त स्तर पर 150 लोगों द्वारा इस प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया था। जिसमें 25 लोगों के शोधपत्र चुने गए थे उन 25 शोध पत्रों में तीन उत्कृष्ट शोध चुने गए। जिसमे प्रथम स्थान पर चंद्रकांत तिवारी, द्वितीय स्थान पर हर्षिता रावत, तृतीय स्थान पर अभिषेक भारद्वाज रहे।

एवं 10 अन्य शोध वीर चुने गए जिनको इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया ।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भूतपूर्व उच्च शिक्षा निदेशक प्रो एन पी माहेश्वरी थे कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के प्राचार्य प्रो गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा की गई, कार्यक्रम में भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के प्रो. गगन माटा, श्री जगदीप सिंह, प्रतिभा पाल सिंह, स्वामी एस चंद्र, मोहित कुमार, देव ऋषि, अक्षुण्ण गायकवाड़, निश्चय उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया वह मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी की छात्र-छात्राओं द्वारा मां सरस्वती का वंदन किया गया एवं संघठन का गीत गाया गया, उसके बाद अक्षुण्ण गायकवाड द्वारा ध्येय श्लोक व ध्येय वाक्य का वाचन किया गया।

उसके बाद मुख्य अतिथि का स्वागत प्रो वाई. के शर्मा द्वारा किया गया व अन्य गणमान्यों का स्वागत किया गया।

विश्वविद्यालय परिसर के प्राचार्य प्रो धींगरा द्वारा अपने उद्बोधन में सभी अतिथियों का स्वागत एवं परिचय किया गया जिसमें उन्होंने भारतीय शिक्षण मंडल के सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया एवं धन्यवाद ज्ञापन किया।

भारतीय शिक्षण मंडल उत्तराखंड प्रांत के श्री मोहित द्वारा संगठन का परिचय दिया गया एवं प्रो गगन माटा द्वारा शोध प्रतियोगिता में प्रांत की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके बाद अक्षुण्ण गायकवाड द्वारा शोध प्रतियोगिता में प्रांत का वृत्त पर प्रकाश डाला गया ।

इसके बाद प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त शोधवीरों द्वारा अपने शोध अनुभव साझा किए गए ।

अंत में मुख्य अतिथि के द्वारा सभी विजेताओं को सम्मान व प्रमाण पत्र दिया गया। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट की गई किया गया।

अंत में प्रो गगन माटा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया व देव ऋषि द्वारा कल्याण मंत्र का उद्बोधन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

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