- अखिल भारतीय सनातन परिषद ने किया हनुमान चालीसा का पाठ, सनातन सेंसर बोर्ड बनाने की मांग की
- सनातन परिषद ने आदिपुरुष फिल्म के विरोध में पेंटागन मॉल के बाहर धरना प्रदर्शन, उग्र विरोध की दी चेतावनी
हरिद्वार: आदिपुरुष फिल्म के विरोध में अखिल भारतीय सनातन परिषद से जुड़े कार्यकर्ताओं ने पेंटागन मॉल के बाहर धरना प्रदर्शन किया और तत्काल फिल्म पर रोक लगाने की मांग की मांग को दोहराया। धरने के दौरान कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया और केंद्र सरकार से एक अलग से सनातन सेंसर बोर्ड बनाने की मांग भी की।
दरअसल अखिल भारतीय सनातन परिषद, सनातन संस्कृति को एकजुट करने का लगातार प्रयास कर रही है। उसी उद्देश को आगे बढ़ाने के लिए गुरुवार को अखिल भारतीय सनातन परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा सिडकुल स्थित पेंटागन मॉल में बने वेव सिनेमा के बाहर धरना दिया और तत्काल फिल्म पर रोक लगाने की मांग की।
अखिल भारतीय सनातन परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि देश में ऐसी फिल्मों का बहिष्कार किया जाए जो देश की सनातन संस्कृति को उजाड़ने का प्रयास कर रही है।
आदिपुरुष फिल्म में जो दिखाया गया है वो सनातन सभ्यता और संस्कृति के लिए सही नहीं है। फिल्म के जरिए भगवान श्री राम की मर्यादा और हनुमान जी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है।
सनातन परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विशाल गर्ग ने कहा कि यदि ऐसी फिल्में देश में बनती रही तो हमारी सनातन संस्कृति खत्म होने के कगार पर आ जाएगी। सेंसर बोर्ड द्वारा ऐसी फिल्मों को अनुमति नहीं देनी चाहिए।
युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह और सावन लखेरा ने कहा अखिल भारतीय युवा सनातन परिषद ऐसे कृत्यों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी जो देश की सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ हैं। यदि जल्द ही आदिपुरुष फिल्म पर रोक नहीं लगाई गई तो उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
प्रचार प्रसार सचिव सतीश वन ने कहा कि हिंदू संस्कृति पर लगातार कुठाराघात किया जा रहा है जिसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वो केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि सनातन धर्म पर बनने वाली फिल्मों के लिए अलग से सनातन सेंसर बोर्ड बनाया जाए ताकि आगे से कोई निर्माता निर्देशक ऐसी गलती न कर सके।
विरोध प्रदर्शन करने वालो में अभिजीत चौहान, दीपक ठाकुर, हरीश कपिल, राकेश, सचिन शर्मा, नवनीत चौधरी, सौरभ चौधरी, देवा सैनी, रजनीश, जितेंद्र आशु, सचिन दुबे, अंकुश चौधरी, अंशुल भारद्वाज, जितेंद्र चौधरी, अरुण चौधरी, प्रदीप नेगी और गीता नेगी समेत कई कार्यकर्ता शामिल रहें।