शहीद श्री खेमचन्द्र डौर्बी राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट नैनीताल के प्राचार्य प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार यू.एस.ए के होफस्ट्रा विश्वविद्यालय न्यूयॉर्क में ‘वैदिक साहित्य की वर्तमान में उपादेयता’ विषय पर व्याख्यान देकर आज महाविद्यालय लौटने पर उनका स्वागत एवं अभिनंदन कार्यक्रम किए गया।

आर्य प्रतिनिधि सभा अमेरिका के तत्वावधान में न्यूयॉर्क की Hofstra University में अन्तर्राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन 18 जुलाई से 21 जुलाई 2024 तक किया गया l जिसमें विश्व भर के वैदिक विद्वानों, आचार्यों, शोधार्थियों का समागम हुआ।

भारतीय विद्वानों के प्रतिनिधिमंडल में राजकीय महाविद्यालय बेतालघाट के प्राचार्य वैदिक विद्वान् प्रो. विनय कुमार विद्यालंकार को भी आमंत्रित किया गया था। सर्वविदित है कि प्रो.विद्यालंकार वेद एवं संस्कृत के प्रतिष्ठित विद्वान् हैं।

अपने व्याख्यान में उन्होंने कहा भारत की धरती विश्व को अपना परिवार मानती है । केवल परिवार ही नहीं मानती, बल्कि इस भाव को आत्मसात् भी करती हैं। उन्होंने कहा वेद अखिल धर्म के मूल हैं। जिनमें विश्व कल्याण की भावना समाहित है । प्रकृति और प्राणी के मध्य सह भाव संबंध है।

जिनमें जीवन के प्रति पूर्ण संतुलन का मनोभाव है। हमारे समस्त वेद मानव कल्याण और विज्ञान के उपदेश से भरे हुए हैं। महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. भुवन मठपाल ने बताया कि इससे पूर्व भी प्राचार्य महोदय को अमेरिका,मॉरीशस आदि देशों के उच्च शिक्षण संस्थाओं में व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया है। जहां भारतीय ज्ञान परंपरा पर उनके अनेक व्याख्यान टीवी चैनलों पर प्रसारित होते रहे हैं।

प्रोफेसर विद्यालंकार के अमेरिका से लौटने पर उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. अंजू अग्रवाल, संयुक्त निदेशक प्रो.ए एस उनियाल, उपनिदेशक प्रो. हरीश सिंह नयाल, प्रो. आर. एस. भाकुनी, प्रो. मनीषा तिवारी ने हार्दिक बधाई दी है।

स्वागत कार्यक्रम में डॉ.ईप्सिता सिंह, डॉ. दीपक, श्रीमती ममता पांडे, कार्यालय अधीक्षक श्री दिनेश कुमार जोशी, भास्करानन्द पन्त, डॉ फरजाना अजीम, मुकेश रावत, अनिल नाथ, प्रेमा देवी एवं ललित कुमार आदि उपस्थित रहे ।