प्रादेशिक कैंपिंग सेंटर भोपालपानी में छठे दिन के कार्यक्रम में कैंपिंग व हाइकिंग की दी विस्तृत जानकारी तथा ओवरनाइट हाई किंग के लिए टीम को रवाना किया गया।
17 नवंबर से 23 नवंबर तक चलने वाला प्रादेशिक कैंपिंग सेंटर भोपालपानी में स्काउट मास्टर व गाइड कैप्टन के एडवांस कैंप तथा रोवर रेंजर लीडर के बेसिक कैंप के साप्ताहिक कार्यक्रम में प्रतिभागियों को स्काउट विंग के सहायक लीडर ऑफ द कोर्स श्री पुरुषोत्तम धीमान ने सभी प्रतिभागियों को खोजबीन के संकेतों के बारे में जानकारी दी।
रोवर वीके असिस्टेंट एलओसी श्री मंगल सिंह मैं कैंपिंग में हाइकिंग के लिए आवश्यक सामग्रियों के बारे में जानकारी दी।
रोवर विंग के लीडर ऑफ द कॉर्स प्रोफेसर सत्येंद्र कुमार ने अवगत कराया कि पुराने मित्र और पुराने शूज को हैकिंग के लिए ले जाना चाहिए तथा यात्रा में खोजबीन के चिन्ह को देखते हुए अपने निर्धारित स्थान को पहुंचना चाहिए तथा रास्ते में जो भी साइट सीन दिखाई दे वापसी में रिपोर्ट के साथ एलओसी को जमा करनी चाहिए।
जिस स्थान पर और नाइट स्टे हो वहां आसपास के सराउंडिंग को अच्छी प्रकार से देख लिया जाए और वापसी में किसी भी प्रकार की गंदगी छोड़कर के नहीं आनी चाहिए नथिंग बट थैंक्स करके आना चाहिए इस प्रकार की जानकारी से प्रतिभागियों को और प्रोफेसर सत्येंद्र कुमार ने अवगत कराया।
इस अवसर पर प्रादेशिक प्रशिक्षण आयुक्त श्री रघुवीर सिंह नेगी, लीडर ऑफ द कोर्स स्काउट विंग श्री पुष्पेंद्र शर्मा आदि के साथ ट्रेनिंग लेने वाले प्रतिभागियों में डॉक्टर दया धर दीक्षित, डॉक्टर जय हरी श्रीवास्तव, डॉक्टर जगदीश सिंह, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉक्टर नवरत्न, केशव सिधाना , डॉक्टर हेमचंद्र तथा रेंजर में डॉक्टर प्रवीण, डॉक्टर तनुजा, साक्षी, डॉक्टर गीता, आराधना शर्मा, साक्षी मेहता, आदि उपस्थित थे ।