संजीव शर्मा एनटीन्यूज़ हरिद्वार: बाघम्बरी गद्दी के पीठाधीश्वर, श्रीमहंत बलबीर गिरी महाराज जब से तीर्थनगरी हरिद्वार में पहुंचे है उसदिन से बिलकेश्वर महादेव परिवार के उनके भक्तों द्वारा बिलकेश्वर महादेव मंदिर परिसरबाघम्बरी गद्दी के पीठाधीश्वर बलबीर गिरी महाराज ने लोगों से क्या की अपील में प्रतिदिन धार्मिक आयोजन जारी है ,कल सोमवार को रुद्राभिषेक, भव्य भंडारा, भव्य संध्या कालीन आरती आदि आज मंगलवार को प्रातः 8:30 बजे मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन गौरी कुंड पर बड़े ही विधिविधान, मंत्रो उच्चारण के साथ माँ गौरी का पूजन व भव्य अभिषेक किया गया !

बलबीर गिरी महाराज ने बताया कि मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन गौरीकुंड मां भगवती (पार्वती)की तपस्थली है जहां मां गौरा पार्वती ने 3000 वर्ष तक तपस्या की थी मां गौरा ने साधना काल के समय केवल विल्व पत्रों का ही आहार किया था कहा जाता है कि यहां पर विल्व वृक्षों का घनघोर जंगल था जिस कारण यह स्थान बिल्केश्वर के नाम से जाना गया है वर्तमान में यहां पर नीम का वृक्ष है पुराणों में वर्णित है कि इस वृक्ष के नीचे माता पार्वती ने वर के रूप में भगवान शिव को प्राप्त करने हेतु 3000 वर्ष तक बैठकर ध्यान अवस्था में तपस्या की उस तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने माता गौरा को दर्शन देते हुए माता पार्वती को विवाह का वरदान दिया उसी काल से ही यह स्थान बिल्केश्वर के नाम से प्रसिद्ध है !

जिसमें सभी साधु संतों सहित बिलकेश्वर महादेव परिवार के सैकड़ो भक्त उपस्थित रहे !

तत्पश्चात शाम 4:30 बजे श्रीमहंत बलबीर गिरी माँ मंनसा मंदिर के दर्शन करने पहुंचे जहां मंदिर परिसर में पहुंचकर पीठाधीश्वर श्री महंत बलबीर गिरी जी महाराज ने मां मनसा देवी के मंदिर में माता को चुनरी चढ़ा कर मां मनसा देवी का आशीर्वाद लिया एवं मां मनसा देवी से पूजा अर्चना करते हुए समस्त देशवासियों, नगर वासियों व सभी भक्तों ,उनके परिवार पर माता रानी अपनी कृपा बनाए रखने हेतु प्रार्थना की !
बलबीर गिरी महाराज ने सभी भक्तों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी का तीसरा रूप ओमिक्रोन देश मे दस्तक दे चुका है, जिससे हमें स्वयं व अपने परिवार को सुरक्षित रखने की बहुत ज्यादा जरूरत है, महाराज श्री ने सभी से मास्क,लगाने,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करने हेतु अपील करते हुए कहा कि वैक्सिनेशन जरूर कराए व सरकार द्वारा जारी नियमों का अवश्य पालन करते हुए सरकार व पुलिस प्रशासन का सहयोग करें !