• श्रीराम मंदिर भूमि पूजन की प्रथम वर्षगांठ पर मनाया हिंदू गौरव दिवस

संजीव शर्मा,एनटीन्यूज़,हरिद्वार, 5 अगस्त:  विश्व हिन्दू महासंघ के तत्वावधान में हिंदू गौरव दिवस श्रीराम मंदिर भूमि पूजन की प्रथम वर्षगांठ पर प्रदेश उपाध्यक्ष डा.विशाल गर्ग के संयोजन में मध्य हरिद्वार में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर हर्ष जताया।

इस दौरान महासंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने कांस्य पदक जीतने पर भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों को बधाई भी दी। विश्व हिंदू महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष डा.विशाल गर्ग ने कहा कि लाखों करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं भगवान राम से जुड़ी हुई हैं। अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर भव्य दिव्य रूप से तैयार हो रहा है। प्रथम वर्षगांठ पर उन्होंने सभी राम भक्तों को बधाई देते हुए कहा कि भगवान राम के आदर्शो का अनुसरण कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। जन-जन के आराध्य भगवान राम का मंदिर विश्व को आदर्श का रूप देगा।

डा.विशाल गर्ग ने कहा कि संत महापुरूषों एवं हिंदू समाज के वरिष्ठ जनों के आंदोलन व प्रयासों से भगवान राम के मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो पाया है। विश्व हिंदू महासंघ का प्रत्येक कार्यकर्ता अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। पुरूष हाकी टीम के बेहतर खेल के प्रदर्शन पर हॉकी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा कि हॉकी खिलाड़ियों ने देश का गौरव और सम्मान बढ़ाने का काम किया है।

प्रदेश अध्यक्ष युवा मोर्चा आशीष गौड़ व अमित शर्मा ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर निर्माण का रास्ता केंद्र की मोदी सरकार के अथक प्रयासों से प्रशस्त हुआ। न्यायालय ने हिंदू समाज की भावनाओं का ख्याल रखा। उन्होंने कहा कि भगवान राम प्रत्येक हिंदू के आराध्य हैं। भगवान राम के नाम का सिमरन करने से परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के पंडित अधीर कौशिक ने श्रीराम मंदिर भूमि पूजन वर्ष गांठ की बधाई देते हुए कहा कि हिंदुओं के आराध्य भगवान राम का मंदिर आलोकिक दिव्य होगा।

हिंदुओं के अनेकों के बलिदानों से अयोध्या में राममंदिर निर्माण का सपना पूरा हो पाया है। उन्होंने कहा कि भगवान राम के आदर्शो को अपनाकर जीवन को प्रगति की और अग्रसर करें। इस अवसर पर नरेश रानी गर्ग, कमल अग्रवाल, अमित शर्मा, अरूणा बंसल, मनोज गौतम, विश्वास बंसल, पीके बंसल, विक्रम सिंह नाचीज, बिंदिय गोस्वामी, अमित कौशिक, सुनील शर्मा, कुलदीप मेहंदीरत्ता आदि मौजूद रहे।

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