हरिद्वार: स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन, रुड़की पर भारतीय किसान यूनियन क्रांति ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। यूनियन के नेताओं का दावा है कि कॉलेज में नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं और उनके पास इसके पुख्ता सबूत हैं, जिन्हें वे जल्द ही मीडिया के सामने रखेंगे।

कॉलेज के निदेशक आर.पी. सिंह ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि संस्थान में कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ है और न ही कोई लेन-देन हुआ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह कॉलेज के खिलाफ एक साजिश है और पहले भी इस तरह के आरोप लगाए जा चुके हैं, जिनकी जांच में कुछ नहीं मिला था। सिंह ने कहा कि किसान संगठनों को किसानों के मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए न कि कॉलेज पर आरोप लगाने पर।

सिंह ने कहा कि अगर कोई शिकायत है तो छात्र या अभिभावक सीधे कॉलेज प्रबंधन से संपर्क कर सकते हैं, धरना प्रदर्शन का कोई औचित्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि इस साजिश का मकसद कॉलेज की पढ़ाई को बाधित करना है, खासकर जब छात्रों की परीक्षाएं चल रही हों। सिंह ने आरोप लगाने वालों को सबूत पेश करने की चुनौती दी और कहा कि अगर कोई भ्रष्टाचार हुआ है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

किसान यूनियन का अड़ा रहना: भारतीय किसान यूनियन क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास सैनी ने कहा कि कॉलेज पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप बहुत गंभीर हैं और उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को कॉलेज के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन होने की संभावना है। कॉलेज प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए रणनीति बना ली है।

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