उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रोधोगिकी परिषद, देहरादून (यूकोस्ट) व श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर, ऋषिकेश परिसर के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के संयूक्त तत्वावधान में मधुमेह (Daibities) विषय में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
जिसमें मुख्य वक्ता एम्स, ऋषिकेश के बायोकेमिस्ट्री विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सरमा साहा ने डायबिटीज अवेयरनेस पर व्याख्यान दिया ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन व अतिथियों को पुष्पगुछ भेंट कर हुआ। विभाग की प्राध्यापिका सफिया हसन से सभी अतिथियों का परिचय किया ।
पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश के प्राचार्य प्रो. जी.के. ढींगरा ने एम्स, ऋषिकेश से आए बायोकेमिस्ट्री विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अनीसा आतिफ मिर्जा, डॉ प्रवीण कुमार सिंह तथा डॉ स्वाति राजपूत का स्वागत किया ।
उन्होंने कहा कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी हो गई है जो कि भारत में हर तीसरे व्यक्ति को इससे ग्रसित कर रही है, यद्यपि उन्होंने इसे जीवनशैली पर आधारित बीमारी रूप में बताया ।
इस अवसर पर विवि परिसर के कला संकायाध्यक्ष प्रो. डीसी गोस्वामी तथा वाणिज्य संकायाध्यक्ष प्रो राजमणि पटेल ने भी अपने विचार रखे ।
डॉ सरमा साहा ने बताया कि हर वर्ष 14 नवंबर को विश्व डायबिटीज डे मनाया जाता है, जिसका मकसद है कि लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके I उन्होंने बताया कि दो प्रकार के मधुमेह होते हैं टाइप 1 तथा टाइप 2, डायबिटीज मेलिटस मधुमेह के कारक होते हैं, गर्भवती महिलाओं में प्रथम 3 महीने यदि मधुमेह पाया जाता है तो इसका असर उनके होने वाले बच्चे पर होता है
उन्होंने मधुमेह के कारकों पर भी प्रकाश डाला जिनमें मोटापा, पारिवारिक इतिहास, धूम्रपान तथा अल्कोहल का सेवन मुख्य है साथ ही उन्होंने मधुमेह को दूर रखने लिए सामान्य जीवन में अपने दैनिक कार्य कलापों में कुछ बदलाव लाकर इससे दूर करने के उपायों को बताया I
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ अनीसा आतिफ मिर्जा ने तनाव को भी डायबिटीज का मुख्य कारण बताया उन्होंने मधुमेह को दूर करने के लिए जागरूकता ही मधुमेह को दूर करने का उपाय बताया I
व्याख्यान के अंत में छात्रों द्वारा प्रश्न पूछे गए, जिसका विशेषज्ञों द्वारा उत्तर दिए गए I
इस मोके पर लगभग 110 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे व ऑनलाइन माध्यम से एम्स ऋषिकेश के लगभग 50 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया I
इस मौके पर विज्ञान संकाय के प्राध्यापक व मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग की प्राध्यापिका डॉ शालिनी कोटियाल, देवेन्द्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल पवन कुमार श्रवण कुमार आदि उपस्थित थे I