नरेन्द्र नगर:  धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालयय नरेन्द्र नगर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वाधान में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर “विकसित युवा विकसित भारत” थीम पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया

जिसका शुभारम्भ कॉलेज के प्राचार्य प्रोo राजेश कुमार उभान ने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित और दीप प्रजव्लित कर किया I अपने सम्बोधन में कहा कि हमें हमे अपने जीवन में स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों एवं आदर्शो को अपनाना चाहिए I

साथ ही कहा की यदि आप किसी भगवान पर विश्वास करते हो तो स्वंय पर भी विश्वास करना चाहिए तभी अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है I

जीवन में अनुशासन के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु आपको अनुशासन को जीवन में आत्मसात करना होगा I

एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉo संजय कुमार ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए सभी को स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस की शुभकामनायें दी, साथ ही कहा कि “यदि आप भारत को जानना चाहते है तो स्वामी विवेकानंद को पढ़िए” देश की समस्यायों जैसे गरीबी, अशिक्षा ,खेती और महिला सशक्तिकरण आदि के लिहाज से स्वामी जी के विचार उनके जाने के एक सदी बाद प्रासंगिक बने हुए हैंI

स्वामी जी युवाओं के हमेशा प्रेरणा श्रोत रहे, उन्होंने राष्ट्र निर्माण में युवाओं का आवाह्न करते हुए कहा था कि युवा चरित्र निर्माण से उन्नत समाज और समर्थ भारत का निर्माण कर सकते हैं, तो आइये हम सब मिलकर अनुसाशन को आत्मसात करते हुए उनके बताये रास्ते पर आगे बढ़ें और एक शिक्षित,उन्नत और समर्थ भारत के निर्माण में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएं I

इस अवसर पर वाणिज्य विभाग के डॉo राजपाल सिंह रावत, अर्थशास्त्र विभाग की डॉo सुधा रानी, इतिहास विभाग की डॉo ईरा सिंह हिंदी विभाग के डॉo जितेन्द्र नौटियाल ने छात्र/छात्राओं से अपने विचार साझा करते हुए कहा कि भारत की भूमि आदिकाल से ही महान रत्नों को पैदा करती रही है जिन्होंने अपने विचारों से विश्व का मार्ग दर्शन कियाI स्वामी जी इसी अदिव्तीय ज्ञान सम्पदा से परिपूर्ण महान प्रकाशपुंज है,स्वामी जी एक महान दार्शनिक होने के साथ उत्क्रष्ट शिक्षाविद भी थे, उनके अनुसार सार्थक जीवन जीने के लिए उसके विभिन्न आयामों जैसे शारीरिक, सामाजिक, बौद्धिक और अध्यात्मिक विकास पर ध्यान देना होगाI और कहा कि आज की यह आवश्यकता है कि हम स्वाभिमान,स्वावलम्बन,सद्भाव और सामाजिक समरसता को देश और समाज हित में बढ़ाने का काम करेंI

उन्होंने कहा कि आज 21वीं सदी में हमारे जीवन में मौजूद सभी चुनौतियों का समाधान स्वामी विवेकानंद जी के दर्शन में हैं, उनका दर्शन न सिर्फ इस सदी में बल्कि युग- युगांतर तक प्रासंगिक और प्रेरणादायी बना रहेगाI

कार्यक्रम में डॉo उमेश चन्द्र मैठाणी, डॉo संजय महर, डॉo विजय प्रकाश भट्ट, डॉo सोनिया गंभीर, डॉo ज्योति शैली, डॉo सृचना सचदेवा, डॉo रश्मि उनियाल, डॉo हिमांशु जोशी, डॉo नताशा, डॉo शैलजा रावत, डॉo चन्दा नौटियाल, डॉo विक्रम बर्त्वाल, डॉo नुपुर गर्ग, डॉo चेतन भट्ट, श्री विशाल त्यागी, श्री श्रीमती बबिता भट्ट, श्री गिरीश जोशी, श्री मुनेन्द्र, श्री शीशपाल, श्री भूपेंद्र, श्री मनीष, एवं छात्र/छात्राओं में प्रिया चौहान, पवन धामदा, अमित सिंह, विशाल,काजल बिष्ट, रोनित, सार्थक रावत, अंजलि,सक्षम, आदित्य आदि स्वंयसेवी उपस्थित रहे I

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